Last Updated on December 31, 2019 by admin
खदिरारिष्ट क्या है ? : Khadirarishta Syrup in Hindi
आयुर्वेदिक शास्त्रों में ‘खदिरारिष्ट’ नामक इस योग के गुण, कर्म एवं प्रभाव की खूब प्रशंसा की गई है। यह योग त्वचा रोगों, रक्त विकारों और इन दोनों से उत्पन्न होने वाले अनेक रोगों को नष्ट करने की क्षमता रखता है। यह योग कुष्ठ (कोढ़) और राजयक्ष्मा (टी.बी.) जैसे कठिन रोगों को उत्पन्न करने वाले कीटाणुओं को निर्बल व शिथिल कर इन रोगों को नष्ट करने में सहायक सिद्ध होता है। इस योग का प्रभाव लसिका पर विशेष रूप से पड़ता है।
खदिरारिष्ट के घटक द्रव्य : Khadirarishta Ingredients in Hindi
✦ खैर की लकड़ी की अन्तर छाल – 250 ग्राम
✦ देवदारु – 250 ग्राम
✦ बावची – 50 ग्राम
✦ दारुहल्दी -100 ग्राम
✦ त्रिफला -100 ग्राम
✦ मिश्री – आधा किलो
✦ शहद – 1 किलो
✦ धाय के फूल – 100 ग्राम
✦ पीपल – 20 ग्राम
✦ पानी – 8 लिटर
✦ जायफल – 5 ग्राम
✦ लौंग – 5 ग्राम
✦ नागकेशर – 5 ग्राम
✦ शीतल चीनी – 5 ग्राम
✦ इलायची – 5 ग्राम
✦ दालचीनी – 5 ग्राम
✦ तेजपान – 5 ग्राम
खदिरारिष्ट बनाने की विधि :
खैर छाल, देवदारु, बावची, दारुहल्दी और त्रिफला को मोटा मोटा कूट लें और आठ लिटर पानी में डाल कर उबालें। जब पानी एक लिटर बचे तब उतार लें और छान लें। ठण्डा करके मिश्री शहद आदि शेष सभी द्रव्य इसमें डाल कर ढक कर बन्द कर दें। एक माह तक रखें। एक माह बाद इसे छान कर बोतलों में भर लें। यह खदिसारिष्ट है।
उपलब्धता : यह योग इसी नाम से बना बनाया आयुर्वेदिक औषधि विक्रेता के यहां मिलता है।
खदिरारिष्ट की सेवन विधि और मात्रा : Dosage of Khadirarishta Syrup
भोजन के बाद दो चम्मच भर (20 ml) आधा कप पानी में डाल कर दोनों वक्त पीना चाहिए।
खदिरारिष्ट के उपयोग : Khadirarishta Uses in Hindi
यह योग कई व्याधियों की चिकित्सा में लाभप्रद सिद्ध होने वाला उत्तम आयुर्वेदिक योग है।
☛ खदिरारिष्ट के सेवन से रक्त विकार और इसके कारण होने वाले त्वचा रोग, खुजली, लाल-लाल चकत्ते, व्रण, सूजन, घाव, नाहरु रोग, गण्डमाला, अर्बुद, कुष्ठ, श्वेत कुष्ठ (सफेद दाग) और क्षुद्र कुष्ठ आदि कई रोग ठीक होते हैं।
☛ इन रोगों के अलावा खदिरारिष्ट कृमि रोग में लाभदायक है।
☛ यह यकृत विकार को दूर करता है ।
☛ यह गुल्म, कास और श्वास रोग दूर करने वाला श्रेष्ठ आयुर्वेदिक योग है।
☛ खदिरारिष्ट बदहजमी दूर करने वाला उत्तम योग है।
☛ यह कफ और वायु विकार में लाभदायक है।
☛ खदिरारिष्ट के उपयोग से आमविकार, हृदय रोग, पाण्डुरोग और उदर रोग नष्ट होते हैं।
☛ एक्जिमा के इलाज में खदिरारिष्ट का इस्तेमाल किया जाता है।
रोग उपचार में खदिरारिष्ट के फायदे : Khadirarishta Syrup Benefits in Hindi
आंतों का विष मिटाए खदिरारिष्ट का उपयोग (Khadirarishta Remove intestinal Toxin in Hindi)
खदिरारिष्ट का विशेष प्रभाव रक्त, त्वचा और आंतों पर होता है। आंतों में स्थित सेन्द्रिय विष इस योग के सेवन से नष्ट होता है।
खदिरारिष्ट फॉर एक्जिमा (Khadirarishta Beneficial to Treat Eczema in Hindi)
खादिरारिष्ट एक्जिमा को ठीक करता है । २० मिलीलीटर खदिरारिष्ट को २० मिलीलीटर पानी में मिलाकर खाना खाने के बाद दिन में दो बार लेने से लाभ होता है।
मुँहासे ठीक करने में लाभकारी खदिरारिष्ट (Benefits of Khadirarishta for Acne in HIndi)
खादिरारिष्ट सिरप मुंहासों में बैक्टीरिया के संक्रमण को रोकता है । यह एक उत्कृष्ट रक्त शोधक और जीवाणुरोधी औषधि है। इस दवा के नियमित कुछ महीनों तक सेवन करने से मुँहासे ठीक हो जाते है ।
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कुष्ठ रोग में खदिरारिष्ट के प्रयोग से लाभ (Khadirarishta Benefits in Leprosy in Hindi)
इस अरिष्ट का प्रभाव सूक्ष्म से सूक्ष्म कीटाणुओं को मूर्छित कर देता है और वे कीटाणु निष्क्रिय हो जाते हैं। इन कीटाणुओं को नष्ट करने की क्षमता होने से यह योग कुष्ठ रोग तक को नष्ट कर देता है।
आम दोष में खदिरारिष्ट का उपयोग फायदेमंद (Khadirarishta Uses to Cure Ama Dosha in Hindi)
आंतों में आम दोष संचित हो जाता है जिसका प्रभाव हृदय पर पड़ता है जिससे धड़कन बढ़ जाती है और घबराहट होने लगती है, पसीना छूटने लगता है। इस स्थिति को ठीक करने के लिए खदिरारिष्ट का प्रयोग उत्तम है।
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रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में खदिरारिष्ट का उपयोग लाभदायक (Khadirarishta Beneficial in increasing immunity in Hindi)
दूषित आहार-विहार आज की प्रमुख समस्या है और इसी कारण से रक्त दूषित होता है और रक्त में रोग उत्पन्न करने वाले कृमि उत्पन्न हो जाते हैं। रक्त विकार से शरीर की त्वचा, मांस, हड्डी, शुक्रधातु आदि बिगड़ते हैं और पाचन शक्ति कमजोर होती है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होती जाती है और जो रोग पैदा हो जाता है वह जल्दी ठीक नहीं होता। ऐसे कठिन रोगों को नष्ट करने के लिए खदिरारिष्ट, गन्धक रसायन के साथ सेवन करना अति उत्तम सिद्ध होता है।
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पाचन शक्ति बढ़ाने में खदिरारिष्ट के प्रयोग से लाभ (Benefits of using Khadirarishta in increasing Digestive Power)
खदिरारिष्ट पाचक और रक्तशोधक होने से पाचन शक्ति को बढ़ाता है और रक्त में उत्पन्न विकार और कीटाणुओं को नष्ट करके त्वचा रोगों को नष्ट करता है इसलिए रक्त विकार और त्वचा रोगों को नष्ट करने वाली औषधियों में खढिरारिष्टका नाम सर्वोपरि है।
इसका सेवन पूर्णतः निरापद है। यह योग इसी नाम से बना बनाया बाज़ार में मिलता है। .
खदिरारिष्ट का मूल्य : Khadirarishta Price
- डाबर खादिरिष्ट सिरप – 225 मि.ली. – 75 रूपए
- बैद्यनाथ खादिरारिष्ट सिरप – 450 मि.ली. – 119 रूपए
- धूतपापेश्वर खादिरारिष्ट सिरप – 225 मि.ली. – 75 रूपए
खदिरारिष्ट के नुकसान : Khadirarishta Syrup Side Effects in Hindi
1- खदिरारिष्ट लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें ।
2- इसकी अधिक खुराक शरीर में हल्की जलन पैदा कर सकती है।
3- गर्भवती महिलाओं , स्तनपान कराने वाली माताओं को इस आयुर्वेदिक दवा से बचना चाहिए । इसके सेवन करने से पहले उन्हें आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।