Last Updated on July 18, 2022 by admin
खर्राटे का मतलब क्या है ? : Kharate in Hindi
खर्राटे लेना एक साधारण रोग है जिसमें रोगी सोने के बाद नाक से तेज आवाज के साथ सांस लेता और छोड़ता है।
खर्राटे लेने का कारण ? : Kharate Lene ki Wajah kya hai
खर्राटे लेना रोग का कोई कारण नहीं है लेकिन इस रोग पर खोज करने वाले चिकित्सकों का कहना है कि खर्राटे लेने का मुख्य कारण –
- नाक में उत्पन्न रुकावट होना,
- शराब पीना,
- लम्बा मुलायम तकिया लेकर सोना,
- पीठ के बल अधिक देर तक सोना,
- सोने के लिए दवाईयों का प्रयोग करना,
- अधिक मोटापा,
- नासा पथ का पथभ्रष्ट हो जाना,
- एडिनायड की वृद्धि,
- खराब मांसपेशियां स्तर,
- दमा,
- धूम्रपान,
- मुलायम तालु या जीभ के ऊपरी भाग का बढ़ जाना आदि होते हैं।
खर्राटे लेना बंद करने के लिए कुछ उपाय : Kharaton ka Desi Ilaj
- अच्छी नींद लाने तथा खर्राटे बंद करने के लिए , रात को गाय का घी 1 से 4 बुंद दोनों नथुनों में डाले ।
- सोते समय अपने शरीर को पूर्ण आराम दें तथा सोते समय ध्यान रखें कि किसी भी अंग पर जोर न पड़ें।
- अधिक भोजन न करें तथा अधिक देर तक जागने से भी बचे।
- नाड़ी शुद्धि के लिये अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करें ।
- करवट लेकर सोयें।
- यदि मोटापा हो तो वजन को कम करने के लिए ‘शोधनकल्प चूर्ण’ का सेवन करें ।
- शराब व सिगरेट आदि नशीले पदर्थों का सेवन न करें।
- रात को सोने से पहले अधिक खाना न खाएं।
- नींद के लिए नींद की गोलियां या अन्य दवाईयों का प्रयोग न करें।
- जिन्हें रात को सोते समय खर्राटे लेने की आदत पड़ गई हो उसे खर्राटे से बचने के लिए रात को सोते समय मन को शांत व मस्तिष्क को बाहरी विचारों से मुक्त रखकर सोना चाहिए।