Last Updated on September 7, 2020 by admin
पिछले कुछ वर्षों से देश में महिलाओं में स्तन कैंसर के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। तमाम अन्य सौगातों के तरह यह भी बढ़ती उम्र की एक सौगात है। कम उम्र में विवाह और अधिक गर्भधारण भारतीय महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का एक बड़ा कारण रहा है। विवाह को अधिक उम्र तक टालते जाने, गर्भधारण का फासला बढ़ाने या स्वेच्छा से उससे बचने की शहरी औरतों की प्रवृत्ति भी स्तन कैंसर की संभावना बढ़ा रहा है। स्तन कैंसर के मामले भारतीय की अपेक्षा युरोपीय महिलाओं में बहुत अधिक पाये जाते हैं। स्तन कैंसर का उम्र से सीधा संबंध है। इसके अलावा आचार, व्यवहार और जीवन शैली का भी असर पड़ता है।
स्तन कैंसर क्या है ? (What is Breast Cancer in Hindi)
stan cancer kya hota hai –
महिलाओं मे स्तन कैंसर होना ये आज की बढ़ती हुई समस्या है।
स्तन का कैंसर उम्र की 30-50 वर्ष में ज्यादा पाया जाता है। स्तन कैंसर केवल महिलाओं में होता है। बल्कि 1% पुरूषों में भी पाया जाता है। शरीर के किसी अंग में होने वाली कोशिकाओं की अनियंत्रित वद्धि को कैंसर कहा जाता है। स्तन का कैंसर स्तन के दो अंगों में होता है।
1) दुग्धवाहिनी (डक्टल सेल कार्सिनोमा) में होने वाला कैंसर
2) दुग्ध ग्रंथि (ब्रेस्ट लोब्युल्स) में होने वाला कैंसर
दुग्धनलिकाओं में होने वाला स्तन कैंसर ज्यादातर पाया जाता है। स्तन कैंसर में स्तन में दर्दरहित गांठ होना ये पहला लक्षण है। इसलिए समाज में महिला दर्द रहित गांठ को नजर अंदाज करके इस बीमारी को बढ़ावा देती है। अतः स्तन कैंसर के प्रति जागरुक रहने की आवश्यकता है।
क्या है स्तन कैंसर के कारण (Causes of Breast Cancer in Hindi)
stan cancer kyu hota hai –
स्तन कैंसर (Breast Cancer) आनुवांशिक रुप से हो सकता है।
बच्चे को जन्म न देना या शिशु को स्तनपान (breastfeed) न करना।
पिरियड्स (माहवारी) की शुरुवात कम उम्र में होना उदाहरण – लडकियों को 10 या 11 साल में ही पिरियड्स शुरु होना। बदलती जीवनशैली आज के युग का सबसे अहम कारण बन चुका है इसमें –
- अधिकतर महिला गर्भधारणा हेतु हार्मोन्सयुक्त चिकित्सा उपयोग
- अत्याधिक चरबीयुक्त पदार्थों का सेवन करना ।
- अक्सर शराब तथा नशीली पदार्थों का सेवन ।
- गर्भनिरोधक गोलियों का अत्यधिक मात्रा में सेवन ।
- इसके अलावा महिलाओं को कसे हुए (टाईट) कपड़े पहनना।
- ये सब बदलती जीवन शैली का परिणाम है।
क्या है स्तन कैंसर के लक्षण (Symptoms of Breast Cancer in Hindi)
stan cancer ke kya lakshan hote hain –
- स्तन मे दर्द रहित गांठ का होना ।
- गांठ का स्वरुप कठिन (कठोर) तथा स्थिर होना ।
- स्तन में सूजन आना।
- निप्पल का अग्रभाग मुड़ जाना तथा निप्पल से चिपचिपा पदार्थ स्रावित होना ये लक्षण कैंसर के तीसरे या चौथे चरण में पाये जाते है।
इन लक्षण के महसूस होने पर सतर्क होकर इससे बचने के उपाय करना बेहद आवश्यक है।
स्तन कैंसर की चिकित्सा (Breast Cancer Treatment in Hindi)
breast cancer ka ilaj kaise hota hai –
■ शुरुआती अवस्था के रोग में योग्य डाक्टरी परामर्श से आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक दवा ली जा सकती हैं। कुछ एलोपैथिक मेडिसिनस भी प्रारंभिक अवस्था की गांठ के उपचार में सक्षम होती हैं। यदी 2 से 3 महीने के उपचार से गांठ ठीक होती न दिखाई दे तो आपरेशन के बारे में विचार करना चाहिए।
■ कैंसर की बढ़ी हुई अवस्था में स्तन को शल्य-क्रिया के द्वारा आंशिक या पूर्ण रूप से काट दिया जाता है। स्तन की जगह पर प्लास्टिक सर्जरी की सहायता से पुनः स्तन प्रत्यारोपण या स्तन के जैसा ही उभार निर्मित कर दिया जाता है, जिसे वस्त्र पहनने के बाद कोई पहचान नहीं सकता कि स्तन कटा हुआ है।
स्तन कैंसर से बचाव के उपाय क्या है ? (Tips for Breast Cancer Prevention in Hindi)
stan cancer se bachne ke upay –
- गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल न करें।
- स्तन कैंसर के प्रति जागरूक रहें, नियमित तौर पर स्तन का परिक्षण करें अथवा मैमोग्राफी करवायें।
- अपनी जीवनशैली को सुधारें ।
- उचित उम्र में विवाह करें ।
- गर्भधारणा के लिए हार्मोन्स युक्त चिकित्सा के अलावा नैसर्गिक चिकित्सा को अपनाएं।
- नियमित रूप से योगाभ्यास करें तथा मानसिक तनावों से बचे।
- धूम्रपान न करें ।
- शराब का सेवन न करें।
- अपने वजन पर नियंत्रण रखें।
- शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।
- विकिरण और पर्यावरण प्रदूषण के संपर्क से बचें।
- गर्भाशय संबंधी विकारों में चिकित्सक के सलाहानुसार चिकित्सा करें।
- स्तन कैंसर का निदान कर पहले या दूसरे चरण में इसका इलाज करवाएं।