स्वप्नदोष में क्या खाएं क्या न खाएं

Last Updated on August 5, 2021 by admin

कामोत्तेजना के कारण जब स्वप्न में वीर्यपात हो जाता है, तो इसे स्वप्नदोष कहते हैं।

स्वप्नदोष के प्रमुख कारण :

स्वप्नदोष होने के प्रमुख कारणों में –

  • निरंतर कामोत्तेजक विचारों का चिंतन-मनन करना,
  • अश्लील साहित्य पढ़ना,
  • नग्न फोटो एलबम देखना,
  • रोमांटिक फिल्में देखना,
  • भोग विलास की बातों में रस लेना,
  • सुंदर लड़की और स्त्री को कामुक दृष्टि से देखकर मानसिक व्यभिचार करना,
  • युवतियों से निकट संबंध स्थापित कर अश्लील वार्तालाप करना,
  • हस्तमैथुन से काम-पिपासा शांत करना,
  • अप्राकृतिक मैथुन में लिप्त रहना,
  • गर्म उत्तेजक मिर्च-मसालेदार, चटपटी, खट्टी चीजें अधिक खाना,
  • मांस, मछली, अंडे, शराब, तंबाकू, गुटखे खाना,
  • व्यायाम न करना,
  • कब्ज की शिकायत,
  • धूम्रपान,
  • पेट में कृमि होना,
  • अधिक उम्र तक विवाह न करना आदि होते हैं।

स्वप्नदोष के प्रमुख लक्षण :

इस रोग के लक्षणों में –

  • पीड़ित व्यक्ति के चेहरे की रौनक चली जाना,
  • आंखें अंदर धंसना,
  • आंखों के चारों ओर कालापन आना,
  • नजर कमजोर होना,
  • शरीर में सुस्ती,
  • कमजोरी महसूस होना,
  • स्मरण शक्ति का घटना,
  • स्वभाव चिड़चिड़ा होना,
  • जीवन के प्रति निराशा और निरुत्साह,
  • सिर दर्द की शिकायत,
  • थोड़े से परिश्रम से थकना,
  • हाथ-पैरों का ठंडा रहना,
  • किसी से नजरें मिलाकर बात करने की हिम्मत न होना,
  • मन में अपराध भावना का पनपना,
  • एकांत प्रिय होना,
  • शीघ्रपतन की समस्या,
  • पेशाब करने पर लसदार स्राव निकलना आदि देखने को मिलते हैं।

स्वप्नदोष में क्या खाएं :

✓ सादा, सुपाच्य, सात्त्विक, संतुलित एवं पौष्टिक भोजन खाएं।
✓ सोने से तीन घंटे पूर्व भोजन अवश्य कर लें।
✓ दो केले सुबह-शाम एक कप दूध के साथ रोजाना सेवन करें।
✓ मेवों में पिस्ता, बादाम, छुआरा, मुनक्का, काजू, अखरोट खाएं।
✓ अदरक और सफेद प्याज का रस एक-एक चम्मच मिलाकर एक चम्मच शहद के साथ सुबह-शाम नियमित सेवन करें।
✓ आंवले का मुरब्बा सुबह-शाम के भोजन के साथ रोज खाएं।
✓ मीठे फल, बेर, लहसुन, प्याज, शहद, रबड़ी, मलाई, मक्खन आदि खाएं।

स्वप्नदोष में क्या न खाएं :

✗ भारी, गरिष्ठ, तले, मिर्च-मसालेदार, चटपटे भोजन सेवन न करें।
✗ अचार, नीबू, खटाई, अमचूर न खाएं।
✗ भोजन में ऊपर से अतिरिक्त नमक मिलाकर न खाएं।
✗ कड़क चाय, कॉफी, शराब, तंबाकू, गुटखे, भांग का सेवन न करें।

( और पढ़े – स्वप्नदोष के घरेलू इलाज )

रोग निवारण में सहायक उपाय :

क्या करें –

✓ जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत बनाएं।
✓ रात में तांबे के बर्तन में रखा पानी सुबह खाली पेट पिएं।
✓ नियमित खुली हवा में घूमने जाएं।
✓ हलका व्यायाम और मालिश करें।
✓ शीतल जल से स्नान करें।
✓ कभी-कभी कटि या मेहन स्नान भी करें।
✓ स्नान करते समय शिश्नमुंड की गंदगी रोज साफ करें।
✓ सोते समय धार्मिक या मनोरंजक पुस्तकें पढ़ें।
✓ सोने से पूर्व पेशाब करें और सुबह नींद खुलते ही फिर पेशाब करें।

क्या न करें –

✗ अश्लील, कामोत्तेजक साहित्य न पढ़ें।
✗ रोमांटिक फिल्में व टी.वी. के कामोत्तेजक कार्यक्रम न देखें।
✗ हस्तमैथुन, गुदा मैथुन, व्यभिचार से बचें।
✗ पर नारी को कामुक दृष्टिकोण से न देखें।
✗ कब्ज की शिकायत पैदा न होने दें।

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