Last Updated on October 30, 2023 by admin
सज्जीखार क्या है ? : Sajjikhar (Papadkhar) kya hai
- सज्जीखार को पापड़ाखार भी कहते हैं । यह भूरे सफेद रंग का सख्त पत्थर है जिसे सज्जीखार कहते है | यह जमीन में अपने आप ही उत्पन्न होता है । सज्जी खार पाकिस्तान के सिन्ध प्रदेश में और कच्छ में उत्पन्न होता है।
- सेम, दाल आदि को जल्द पकाने हेतु यह खार उसमें डाला जाता है। बड़े, पकौड़े आदि नमकीन को नर्म बनाने के लिए भी इसका उपयोग होता है।
- इस प्रकार सज्जी खार को रसोईघर में मसाले का स्थान मिला हुआ है। इसके अतिरिक्त बच्चों के रोगों में भी यह औषधि के समान है। यह खार भारी, तीखा, स्निग्ध और ठण्डा तथा वायुनाशक है।
सज्जीखार के फायदे और उपयोग : Sajjikhar (Papadkhar) ke Fayde in Hindi
1. बच्चों का हब्बा-डब्बा रोग: चने की दाल से कुछ कम मात्रा में सज्जी खार और गुड़ एकत्रकर उसमें थोड़ा स्तन्य (माता का दूध) मिलाकर बच्चे को पिलाने से वमन होकर कफ बाहर निकल जाता है। बच्चों का हब्बा-डब्बा रोग दूर होता है। 2-3 महीने के छोटे शिशु को यह प्रयोग निषेध है।
2. अजीर्ण: 10 ग्राम खार और एक बड़ा बैंगन लेकर उसे कलई वाले बर्तन में उबालें । तदुपरान्त उसे गोमूत्र में खरल कर उसमें से 2-2 रत्ती लेकर गुड़ के पानी में मिलाएँ। यह पानी 1-1 घण्टे के अन्तराल से बच्चे को पिलाने से उनका अजीर्ण मिटता है । अजीर्ण मिटने तक ही यह प्रयोग करें।
4. पेट दर्द: प्रौढ़ावस्था के व्यक्ति को नीबू के रस में 6 रत्ती सज्जी खार डाल कर देने से पेट के दर्द में लाभ होता है। ( और पढ़े-पेट दर्द या मरोड़ दूर करने के 10 रामबाण घरेलु उपचार )
5. बालों के रोग: 4-4 ग्राम सरसों कांजी ,सज्जीखार, जवाखार, और नागकेसर को पीसकर छान लें। इसे जल में मिला बालों पर लगाने से बालों के रोग दूर हो जाते हैं।
6. कब्ज: 4 ग्राम पुराने गुड़ और 4 ग्राम सज्जीखार को एकसाथ मिलाकर चने के आकार की छोटी-छोटी गोलियां बना लें। यह गोली रोजाना सुबह सेवन करने से कब्ज का रोग समाप्त हो जाता हैं। ( और पढ़े- कब्ज दूर करने के 18 रामबाण उपचार )
7. बवासीर: सोहागा,सज्जीखार, खाने वाला चूना और तूतिया को बराबर मात्रा में ले बारीक पीस लें। अब इस पेस्ट को नींबू के रस में अच्छी तरह मिलाकर बवासीर के मस्सों पर लगाने से मस्से कुछ दिनों में ही सूखकर गिर जाते हैं। ( और पढ़े- खूनी बवासीर को जड़ से खत्म करेंगे यह देशी 6 उपाय )
8. पथरी: 6 ग्राम सज्जीखार के चूर्ण को गाय के दूध की छाछ में मिलाकर रोजाना सुबह-शाम पीने से गुर्दे व आमाशय की पथरी गल जाती है। ( और पढ़े- पथरी के सबसे असरकारक 34 घरेलु उपचार )
9. बंद पेशाब: 3 ग्राम सज्जीखार को बारीक पीसकर मट्ठा (छाछ) में मिलाकर पीने से रुकी हुई बंद पेशाब खुल जाती है।
10. गण्डमाल: सज्जीखार और कली-चूना साथ-साथ पीसकर गण्डमाल और खुर्ज पर उसका लेप करने से लाभ होता है। इस प्रयोग से ताजा रोग शीघ्र दूर होता है।
11. दांत दर्द: काली मिर्च और सज्जी खार की समान मात्रा को बारीक पीसकर दांत में दर्द हो उस पर दिन में 2-3 बार लगायें दर्द दूर हो जाता है।
सज्जीखार के नुकसान : Sajjikhar (Papadkhar) ke Nuksan in Hindi
दाल, सेम, चने आदि जल्द ही गल-पक जाएँ इसलिए उसमें सज्जी खार डालने का रिवाज है । परन्तु ध्यान रहे कि खार आरोग्य हेतु हितकर नहीं है । अतः उसका दैनिक सेवन अभीष्ट नहीं ।
Read the English translation of this article here ☛ Sajjikhar (Alkaline Salt): 15 Amazing Uses, Benefits, Dosage and Side Effects
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।