Last Updated on September 9, 2021 by admin
जब भी कंप्लीट ओरल हेल्थ केयर की बात आती है, तो अक्सर यही देखा गया है कि लोग डेंटिस्ट के पास जाकर केवल अपनी दांतों की सफ़ाई करा लेते हैं। लेकिन ये भूल जाते हैं कि मुंह की देखभाल में केवल दांत ही नहीं आते, बल्कि मसूड़ों और जीभ की भी सफ़ाई ज़रूरी है। कैसे करें अपने मुंह की कंप्लीट सफ़ाई, आइए जानते हैं।
अगर मुंह स्वस्थ है, तो शरीर भी स्वस्थ है। मुंह पूरे शरीर का आईना है। मुंह की सफ़ाई के अभाव में कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जो लोग अपने दांतों का ख्याल नहीं रखते, उन लोगों को दिल की बीमारी होने का ख़तरा 70 फ़ीसदी तक ज़्यादा होता है। ( और पढ़े – हिलते दांतों को बनाये मजबूत व चमकदार इन 22 घरेलु उपायों से)
कैसे करें मुँह की सफाई? : muh ki safai kaise kare in hindi
- डेंटिस्ट से मिलकर अपने ओरल हेल्थ को समझें। हर किसी की ज़रूरत अलग अलग हो सकती है, जैसे- प्रेग्नेंट महिलाओं और डायबिटिक मरीज़ों को अपने दांतों व मसूड़ों का ज़्यादा ध्यान रखना पड़ता है।
- मुंह की सफ़ाई का एक रूटीन फॉलो करें।
- दिन में दो बार ब्रश करें। ( और पढ़े –दाँत दर्द की छुट्टी कर देंगे यह 51 घरेलू उपचार )
- कम से कम दो से तीन मिनट तक ब्रश करें,
- दांतों और मसूड़ों पर ब्रश को बिना ज़्यादा प्रेशर लगाए, गोल-गोल घुमाएं।
- उंगली से धीरे-धीरे मसूड़ों की मालिश करें, इससे मसूड़े मज़बूत बनते हैं।
- दांतों के बीच फंसे भोजन के टुकड़ों,दांतों पर जमे प्लाक को निकालने के लिए फ्लॉस (धागे से दांतों की सफ़ाई) भी करें, दांतों के बीच फ्लॉस डालकर धीरे-धीरे, आगे-पीछे करते हुए दांत कीजड़ तक सफ़ाई करें ।
- आयुर्वेदिक मंजन या फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट व माउथवॉश का इस्तेमाल करें। फ्लोराइड दांत की बाहरी परत को मज़बूत बनाता है। ( और पढ़े –दांतों में कीड़े लगने के कारण लक्षण और उपचार )
- कुल्ला करना भी बेहद ज़रूरी है, क्योंकि अक्सर भोजन दांतों के बीच फंसे रहते हैं। अगर कुल्ला नहीं किया गया, तो फंसे हुए भोजन के टुकड़ों में सड़न होने लगेगी और कैविटी बनना शुरू हो जाएगा। डॉक्टर के बताए माउथवॉश का भी प्रयोग किया जा सकता है।
- रोज़ाना जीभ की सफ़ाई ज़रूरी है। मार्केट में कई प्रकार के टंग क्लीनर उपलब्ध हैं, उनका इस्तेमाल करें। टंग क्लीनर से जीभ का जितना ज्यादा भाग साफ़ कर सकते हैं करें, क्योंकि बैक्टीरिया अक्सर जीभ से चिपके रहते हैं।
- रोज़ाना स्वयं अपने मुंह की जांच करते रहें, किसी प्रकार की सूजन, कट या स्पॉट अगर नज़र आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- चेकअप और क्लीनिंग के लिए साल में दो बार डॅस्टिस्ट के पास ज़रूर जाएं। ( और पढ़े – मुंह की बदबू का घरेलू इलाज)
सोच समजकर खाएं ! soch samajh ker khaye
- मीठा कम खाएं। कोल्डड्रिक से दूरी बनाएं।
- दूध या दूध से बनी चीजें, प्याज, लहसुन आदि खाने के बाद मुंह को अच्छी तरह साफ़ करें।
- सिट्रिक फूड, जैसे- टमाटर, अचार, नींबू खाने के बाद ब्रश कर लें, क्योंकि ये आहार दांतों के इनैमल को घिस देते हैं।
- कॉफ़ी का सेवन ज़्यादा न करें।
- पानी जमकर पीएं, ताज़ी और रेशेदार सब्ज़ियां खाएं।
- फास्ट फूड और स्नैकिंग (बीच-बीच में खाने की आदत) से दूर रहें।
इन बातों का भी रखे ध्यान ?
- धूम्रपान न करें, तंबाकू खाने से मुंह का कैंसर होने का ख़तरा रहता है।
- इसके अलावा धूम्रपान की वजह से मसूड़ों की बीमारी, मुंह से दुर्गंध आना, दांतों का पीला पड़ना जैसी समस्या भी होती है।
- मीठा खाने के बाद पानी ज़रूर पीएं।