Last Updated on November 26, 2020 by admin
आज के प्रतियोगी जगत में, हर इंसान गहरे तनाव के बीच जी रहा है। सिर्फ बड़े ही नहीं, बल्कि किशोर और बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इन्हें भविष्य उज्जवल बनाने के लिए भारी किताबों से लाद दिया जाता है। इनके पास अतिरिक्त गतिविधियों लिए समय नहीं बचता और जंक फूड खाने से बच्चों की सेहत पर बुरा असर हो रहा हैं। योग स्वयं को स्वस्थ रखने का उपाय है। योग करने से बच्चों की एकाग्रता में सुधार होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में तनाव कम हो जाता है । इस लेख में बच्चों के लिए सरल योगासन प्रस्तुत किए जा रहे हैं। जिनका अभ्यास उनके लिए बहुत लाभदायक हो सकता है।
( और पढ़े – प्राणायाम एवं योगासन शुरू करने से पहले जानने योग्य जरुरी नियम )
बच्चों के लिए योगासन : विधि और लाभ (Bacchon ke Liye Yoga Asanas : Steps and Benefits in Hindi
)
1) दो साथियों द्वारा मिलकर करनेवाला नौकासन (Navasana in Hindi)
यह आसन बच्चों को बहुत मज़ेदार लगता है। वे इसे ज़रूर पसंद करेंगे।
नौकासन की विधि –
- घुटनों को मोड़कर अपने साथी की ओर मुँह करके बैठें।
- अब हाथ आगे बढ़ाकर एक दूसरे के हाथ थाम लें।
- दोनों बच्चे अपना बायाँ पैर उठाकर एक-दूसरे के पैर के तलवों से मिला लें। फिर उसी तरह दायाँ पैर उठाकर तलवों से मिला लें।
- थोड़ा दबाव देते हुए अपने साथी के हाथों के पंजों को धकेलें।
- सामान्य रूप से साँस लें। अपने पैरों को नीचे रखें और हाथ छोड़कर सामान्य स्थिति में आ जाएँ।
- इसके बाद विश्राम की मुद्रा में बैठे।
नौकासन के लाभ –
- इससे पाचन तंत्र में सुधार होता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। ( और पढ़े – रीड की हड्डी में दर्द का इलाज )
- यह आसन करने से टीमवर्क भी सीख सकेंगे।
- तनाव को कम करता है। ( और पढ़े – मानसिक तनाव दूर करने के 26 सबसे कारगर उपाय )
2) ऊर्ध्व मुख श्वानासन (Urdhva Mukha Svanasana in Hindi)
ऊर्ध्व मुख श्वानासन की विधि –
- पेट के बल लेट जाएँ।
- अपनी हथेलियाँ नीचे की ओर रखें।
- अपने हाथों पर वजन डालकर कंधों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएँ, तब तक ऊपर आएँ जब तक आपके
- बाजू पूरी तरह से सीधे नहीं हो जाते।
- सिर को ज़मीन से ऊपर उठाएँ।
- सिर को पीछे मोड़ें। आकाश की ओर देखें । कंधे भी पीछे की ओर खींचें।
- सामान्य रूप से साँस लें।
- अपने पैर सीधे रखें, घुटने भी सीधे और मुड़े हुए नहीं होने चाहिए।
- इस आसन में 25-30 सेकेंड तक रहें।
ऊर्ध्व मुख श्वानासन के लाभ –
- इससे रीढ़ की हड्डी को मज़बूती मिलती है। ( और पढ़े – हड्डियों को मजबूत बनायेंगे यह 18 देशी उपाय )
- इससे तनाव का स्तर कम होता है और दमा के रोग में आराम मिलता है।
- छाती, फेफड़ों, कंधों और पेट में खिंचाव लाता है।
3) सेतुबंध सर्वांगासन (Setu Bandha Sarvangasana in Hindi)
इस आसन में शरीर सेतु (Bridge) की आकार में हो जाता है इसलिए इसे सेतुबंध सर्वांगासन कहा जाता है।
सेतुबंध सर्वांगासन की विधि –
- साँस भीतर लेते हुए, ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएँ।
- दोनों हाथ सीधे हों और हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- अपने दोनों घुटनों को मोड़ते हुए नितंब के पास ले आएँ । घुटनों से पैर के अंगूठे तक अपनी टाँगें सीधी रखें।
- साँस छोड़ें और धीरे-धीरे कमर को जमीन से ऊपर उठाएँ। कमर को इतना ऊपर उठाएँ कि छाती ठुड्डी को छूए । छाती से घुटनों तक, शरीर ऊपर की ओर होना चाहिए।
- इस अवस्था में पाँच से दस सेकेंड रहें।
- साँस छोड़ें व शरीर को नीचे कर लें।
सेतुबंध सर्वांगासन के लाभ –
- यह आसन आपकी पीठ और गर्दन में खिंचाव देने में सहायक है। ( और पढ़े – कमर दर्द से बचने के घरेलू उपाय )
- यह तनाव कम करने के लिए बहुत अच्छा आसन है।
- टाँगों को खिंचाव देने के अलावा पाचन में भी सहायक है।
4) वृक्षासन (Vrikshasana in Hindi)
वृक्षासन की विधि –
- साँस अंदर लेते हुए सीधे खड़े हो जाएँ।
- दाएँ पैर को जमीन पर रखें।
- अब बाएँ पैर को धीरे-धीरे ऊपर उठाएँ और दाएँ पैर की जाँघ पर अंदर की ओर टिकाएँ।
- बाजुओं को खींचकर अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएँ। सिर को सीधा रखें।
- इस अवस्था में 1-2 मिनट तक खड़ा रहें।
- धीरे से हाथों को नीचे लाएँ।
- अब बाएँ टाँग को नीचे लाएँ।
- यही क्रिया दाएँ पैर से दोहराएँ।
वृक्षासन के लाभ –
- यह आपके शरीर को संतुलन साधने और छाती में खिंचाव देने में मदद करता है।
- टाँगों व हाथों को भी मज़बूती देता है।
- यह आसन करने से याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है। ( और पढ़े – स्मृति की कमजोरी दूर करने के उपाय )
5) अधोमुख श्वानासन (Adho mukha Svanasana in Hindi)
अधोमुख श्वानासन की विधि –
इस आसन में हम शरीर को उस तरह खींचते हैं जैसे कुत्ता अपने चारों पैरों को खींचता, तानता है।
- गहरी साँस लेते हुए सीधे खड़े हो जाएँ।
- अपने हाथों को पैरों के बाजू में जमीन पर रखें।
- हाथों पर जोर डालकर पहले दायीं टाँग और फिर बायीं टाँग को पीछे ले जाएँ।
- ऊँगलियों और पंजों को फैलाएँ।
- सिर को नीचे लाते हुए बाजूओ और टाँगों को तानें।
- आपका शरीर उलटा ‘V’ की मुद्रा में रहे।
- धीरे से सिर को जमीन से ऊपर उठाएँ। पैरों को हथेलियों के पास लाएँ और सीधा खड़े हो जाएँ।
अधोमुख श्वानासन के लाभ –
- यह योगासन मन को शांत करते हुए शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
- यह शरीर के ऊपरी हिस्से में खिंचाव देता है, जिससे पीठ और सिरदर्द में आराम आता है।
6) आनंद बालासन / हॅपी बेबी पोज़ (Ananda Balasana in Hindi)
आनंद बालासन की विधि –
- साँस भीतर लेते हुए, ज़मीन पर पीठ के बल लेटें।
- साँस छोड़ते हुए, घुटनों को पेट की ओर मोड़ें।
- अपने पैरों को हथेलियों से थामें ।
- 5 से 7 सेकेंड तक इसी मुद्रा में रहें।
- अब धीरे से अपनी टाँगें नीची करें।
आनंद बालासन के लाभ –
- बालासन मन व शरीर को शांत करता है, तनाव के स्तर को कम करता है।
- यह रीढ़ की हड्डी में भी खिंचाव देता है।
7) अनंतासन (Anantasana In Hindi)
यह आसन भगवान विष्णु के नाम पर आराम करने की मुद्रा है।
अनंतासन की विधि –
- पीठ के बल सीधे लेट जाएँ।
- अपने बाएँ हाथ से सिर को सहारा देते हुए दायीं ओर लेट जाएँ।
- आपका शरीर सीधा हो । दोनों टाँगें सीधी रखें।
- अपनी दाएँ टाँग को झुकाएँ। अपने दाएँ टाँग के अंगूठे को दाएँ हाथ से पकड़ें।
- दाएँ टाँग को ज़मीन से सीधी रेखा में ऊपर उठाएँ।
- घुटने को न झुकाएँ। उसे सीधा रखें।
- इस आसन में 10 से 15 सेकेंड तक रहें।
- अब धीरे से टाँग को छोड़ें और नीचे की ओर लाएँ।
- दायीं तरफ पलटकर इस आसन को दोहराएँ।
अनंतासन के लाभ –
- इस आसन से पीठ की मांसपेशियाँ मज़बूत होती हैं।
- घुटनों की पीछेवाली मांसपेशियों में लचीलापन आता है।
- ब्लड सर्युलेशन अच्छे से होने लगता है।
- तनाव को दूर करने में मदद करता है।
8) उत्तानासन (Uttanasana in Hindi)
उत्तानासन की विधि –
- सीधे खड़े हो जाएँ।
- धीरे-धीरे कमर से नीचे की तरफ झुक जाएँ और अपने पैरों को छूएँ। आपको इस तरह से झुकना है कि आपका सीना आपके घुटनों को छूए । इस स्थिति में आपके घुटने सीधे रहने चाहिए।
- अपने घुटने और जाँघों को खींचकर साँस को बाहर छोड़ते हुए आगे झुकें।
- अपने दोनों हाथों से टखनों को पकड़ें या हाथों को पैरों के बाजू में ज़मीन पर टिकाएँ। इसी अवस्था में कुछ सेकेंड रहें।
उत्तानासन के लाभ –
- हाथों एवं कंधों को मज़बूत बनाता है।
- यह आसन थकान दूर करने में सहायक है।
- एकाग्रता को बढ़ाता है।
- तनाव और चिड़चिड़ेपन में यह आसन मददगार है।