वंशलोचन क्या है ? (Banslochan Kya Hai)
“वंशलोचन यानी बास की गोंद !”
वंसलोचन मन्ना बास की मादा प्रजातियों के तनों के अंदर नोड्स में से निकलता है, जिसका रासायनिक सुत्र SiO2 (Hydrated silica) होता है। वंशलोचन में भरपूर मात्रा में प्राकृतिक कैल्शियम, सिलिका, आयरन कॉर्बोहाइड्रेट व विभिन्न प्रकार के एन्जाइम पाए जाते हैं । वंशलोचन के प्रयोग की विधि रोग पर आधारित है । वंशलोचन का वैज्ञानिक नाम Bambusa arundinacea है।
वंशलोचन के स्वास्थ्य लाभ (Vanshlochan Benefits in Hindi)
1). बच्चों के शारीरिक विकास में मददगार
वंशलोचन का चूर्ण बनाकर उसमें उसके चौथाई अनुपात में चॉकलेट पाउडर व आधे अनुपात में भुना हुआ सोयाबीन आटा मिलाकर बच्चों को सुबह-शाम 1 चम्मच दूध के साथ देने पर बच्चों की लंबाई तेज गति से बढ़ती है व शारीरिक विकास अच्छा होता है।
2). गर्भस्थ शिशु के विकास में मददगार
वंशलोचन और गुग्गुल बराबर मात्रा में तथा शतावरी चूर्ण एक चौथाई मात्रा में मिलाकर दूध के साथ लेने पर गर्भस्थ स्त्री में कैल्शियम व आयरन की पूर्ति होती है। गर्भधारण से बच्चा होने तक नियमित रूप से लेने पर बच्चा स्वस्थ, सुंदर व नॉर्मल होता है तथा स्त्री की कमर व पेट का फैलाव नहीं होने पाता है, इससे शरीर कसा हुआ व बँधा हुआ रहता है।
3). कफ नाशक औषधि
वंशलोचन को अदरक, सोंठ, काली मिर्च के साथ लेने पर यह अस्थमा रोगियों को कफ नहीं बनने देने में लाभ देता है । इसके लंबे प्रयोग से अस्थमा का दौरा नहीं पड़ता है।
4). शरीर में कैल्शियम की कमी करे दूर
जिन व्यक्तियों को गठिया, आस्टियोपोरोसिस, अर्थराइटिस, स्पाँडिलाइटिस हो उन्हें दूध के साथ नियमित वंशलोचन चूर्ण लेना चाहिए जो कि शरीर में कैल्शियम की पूर्ति कर संधियों में लुब्रिकेट की पूर्ति करता है।
5). बच्चों की लंबाई बढ़ाने वाला
जैसे बास लंबा होता है वैसे ही वंशलोचन का सेवन लंबाई बढ़ाने के लिए सर्वाधिक प्रभावकारी है। 17 साल से कम उम्र के बच्चों को वंशलोचन का सेवन करना चाहिए ताकि लंबाई तेजी से बढ़ सके।
( और पढ़े – लम्बाई बड़ाने के रामबाण उपाय )
100 ग्राम वंशलोचन में मात्रा :
तत्त्व | मात्रा | उपयोग |
सिलिका | 44% | हड्डियों व मस्तिष्क के लिए महत्त्वपूर्ण रसायन जो कि ग्रंथियों द्वारा स्रावित हार्मोनों की रफ्तार बढ़ाता है। |
पोटैशियम | 12% | हड्डियों में लचीलापन बनाता है। |
कैल्शियम | 17% | हड्डियों को मजबूत बनाता है। |
आयरन | 7% | शरीर में खून की कमी की पूर्ति करता है। |
अन्य तत्त्व व एन्जाइम | 20% | शरीर में पोषक तत्त्वों की पूर्ति तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना आदि। |
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)