Last Updated on April 5, 2023 by admin
मखाने का सामान्य परिचय (fox nuts in hindi)
मखाना तालाब, झील, दलदली क्षेत्र के शांत पानी में उगाये जाते है। मखाना बहुत ही पौष्टिक खाद्य पदार्थ माना गया है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, जल, प्रोटीन, वसा, फ्लोरिन, ऊर्जा तत्त्व आदि पाए जाते हैं। वसा की मात्रा अल्प होने के कारण यह सुपाच्य होता है और अस्वस्थ लोगों के लिए हलका नमक देकर भूना गया एक उत्तम आहार माना जाता है।
प्रोटीन के कारण मखाने को काजू, अखरोट से उत्तम माना गया है। साथ ही औषधीय गुण दृष्टिकोण से आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति में इसका विशेष महत्त्व है तथा पाचन, प्रजनन, रक्त संचरण और हृदय रोग संबंधी विकार में इसका सेवन अत्यधिक लाभदायी होता है। मखाने का प्रयोग दाल और सब्जी में मिलाकर भी किया जाता है । मखाने के मेल से दाल और सब्जी अधिक स्वादिष्ट हो जाती है।
पानी में उत्पादित फल की श्रेणी में माने जाने के कारण मखाने का प्रयोग व्रत-त्योहार में भी किया जाता है । फलाहारी व्रती लोग पूजा-पाठ में मखाने को घी में भूनकर, चीनी के पाक में मिलाकर या दूध में खौलाकर खीर बना लेते हैं और उसका उपयोग फलाहार के रूप में करते हैं।
मखाना का विभिन्न भाषाओं में नाम :
हिन्दी | मखाना |
लैटिन | एस्टर कन्था लांगीफोलिया नीस |
मखाना में पोषक तत्वों की मात्रा :
मखाना पोषक तत्वों से भरपुर एक जलीय उत्पाद है। मखाने में 9.7% आसानी से पचनेवाला प्रोटीन, 76% कार्बोहाईड्रेट, 12.8% नमी, 0.1% वसा, 0.5% खनिज लवण, 0.9% फॉस्फोरस एवं प्रति 100g में 1.4 mg लौह पदार्थ मौजूद होता है। इसमें औषधीय गुण भी होता है।
मखाना सेवन की विधि :
अगर आप जल्द से जल्द मधुमेह (diabetes) को खत्म करना चाहते है और सेहत के अन्य लाभ पाना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट दस मखाने खाएं। इनका सेवन कुछ दिनों तक लगातार करें।
मखाना के फायदे और उपयोग (Makhana ke fayde aur upyog)
1. धातुक्षय (वीर्य की कमी) और अश्मरी (पथरी): मखाना के 3 से 6 ग्राम बीज तथा चीनी को एक साथ पीसकर मिश्रण तैयार करें, फिर इस मिश्रण को दूध के साथ दिन में 3 बार देने से धातुक्षय और पथरी के रोग में लाभ मिलता है।
2. पेशाब करने में परेशानी (मूत्रकृच्छ): 1 से 3 ग्राम मखाने को गर्म पानी के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से मूत्रकृच्छ (पेशाब करने में परेशानी) दूर हो जाती है।
3. नपुंसकता: मखाने को खीर के साथ चबायें या केवल मखाने को चबाकर खायें। इससे वीर्य की कमी से हुई नपुंसकता दूर हो जाती है।
4. मूत्ररोग: ताल मखाना की जड़ का काढ़ा 40 ग्राम या बीज 2 से 4 ग्राम को दूध के साथ सुबह-शाम लेने से नाभि के रोग और सूजन दूर होती है।
5. वीर्य रोग: मखाने की खीर बराबर रूप से खाने से वीर्य की कमी दूर हो जाती है।
6. फीलपांव (गजचर्म) : घी, शहद, मक्खन, पीपल, अदरक, मिर्च और सेंधानमक को मिलाकर पीने से फीलपांव का रोग दूर हो जाता है।
6. पाचन में सुधार करता है : मखाना anti-oxidants से भरपूर होने के कारण सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा आसानी से पच जाता है। बच्चों से लेकर बूढे सभी लोग इसे आसानी से पचा लेते हैं। इसका पाचन आसान है इसलिए इसे सुपाच्य कह सकते हैं। इसके अलावा फूल मखाने में एस्ट्रीजन गुण भी होते हैं जिससे यह दस्त से राहत देता है और भूख में सुधार करने के लिए मदद करता है। मखानों को देसी घी में भूनकर खाने से दस्त जैसे रोग से छुटकारा पाया जा सकता है।
7. डायबिटीज रोगियों के लिए वरदान : डायबिटीज मेटाबोलिज्म से सम्बंधित विकार है जो उच्च रक्त शर्करा के चलते होता है, जिससे इंसुलिन हार्मोन का स्राव करने वाले पैंक्रियास ग्रंथि के कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। लेकिन मखाने में इंसुलिन हार्मोन का स्राव करवाने की छमता होती है। इसके सेवन से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है और शुगर की मात्रा कम हो जाती है। फिर धीरे-धीरे शुगर रोग (Diabetes) भी समाप्त हो जाता है।
8. एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर : मखाना उम्र के असर को भी बेअसर करता है। यह anti-oxidants से भरपूर होने के कारण उम्र लॉक सिस्टम के रूप में काम करता है और आपको लंबे समय तक जवां बनाता है। मखाना premature aging, premature white hair, झुर्रियों और एजिंग के अन्य लक्षणों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
9. किडनी को मजबूत बनाता है : मखाने का सेवन किडनी और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। फूल मखाने में मीठा बहुत कम होने के कारण यह spleen को detoxify करने, किडनी को मजबूत बनाने और रक्त का पोषण करने में मदद करता है। साथ ही मखानों का नियमित सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और हमारा शरीर सेहतमंद रहता है।
10. दर्द से छुटकारा दिलाता है : मखाना कैल्शियम से भरपूर होता है इसलिए जोड़ों के दर्द, विशेषकर अर्थराइटिस (Arthritis) के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है। साथ ही इसके सेवन से शरीर के किसी भी अंग में हो रहे दर्द जैसे कमर दर्द और घुटने में हो रहे दर्द से आसानी से राहत मिलती है । अर्थात मखाना हड्डियों को पोषण देने के साथ-साथ उसे मजबूत भी बनता है जिससे बोन फ्रैक्चर की संभावना भी काफी कम हो जाती है |
11. अनिद्रा : मखाने के सेवन से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है । रात में सोते समय दूध के साथ मखाने का सेवन करने से नींद आने की समस्या दूर हो जाती है ।
12. बलवर्धक : मखाने में मौजूद प्रोटीन के कारण यह मांसपेशियों को बनाने और फिट रखने में मदद करता है।
मखाने के नुकसान (makhana ke nuksan)
- नि:संदेह मखाने के कई लाभ हैं। लेकिन मखाने के सेवन को लेकर यह भी जानना जरूरी है कि कई मामलों में मखाने के नुकसान भी हैं, मखाने का अधिक सेवन करना शरीर के लिए नुकसानदायक भी होता है क्योंकि यह शुगर लेवल को घटा देता है ।
- मखाना कब्ज में फायदेमंद होता है लेकिन यदि इसका अधिक सेवन किया जय तो इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं । यह गैस व पेट दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है।
- इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप एलर्जी जैसी परेशानी से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही मखाना खाएं। कई लोगों को मखाने से एलर्जी की समस्या भी हो जाती है क्योंकि इसमें पोटैशियम की अधिक मात्रा होती है।
- मखाने में एक तरह का एस्टेरॉयड भी होता है, जिसकी वजह से इसका अधिक सेवन करने से मुंह में जलन हो सकती है।