मरीच्यासन करने का तरीका और इसके लाभ

Last Updated on July 6, 2021 by admin

मरीच्यासन के लाभ (Marichyasana ke Labh in Hindi)

  • शराब पीने से मनुष्य सपनों के आसमान में भी विचरण कर सकता है और निराशा की गहरी खाइयों में भी गोते लगा सकता है। शराब पीने के बाद सुबह विषैले पदार्थों को बाहर निकालने की ज़रूरत होती है। मरीच्यासन (सी) विषैले पदार्थों के उत्सर्जन का एक प्राकृतिक उपाय है। ऐंठने और मोड़ने से विषैले पदार्थों का उत्सर्जन सक्रिय हो जाता है। इसे करना मतली करने और टॉयलेट का फ्लश चलाने से कहीं ज़्यादा आसान है।
  • मरीच्यासन मन को शांत व दिमाग को अवसाद रहित करने में हमारी मदद करता है।
  • पेट के अंगों व आतों को बल प्रदान कर पाचन क्रिया में सुधार लाता है ।
  • रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में मदद करता हैं।

मरीच्यासन करने की विधि (Marichyasana Karne ki Vidhi in Hindi)

Marichyasana-ke-fayde
  1. बैठकर अपना दायाँ पैर घुटने से मोड़ें और बाएँ पैर को सीधा रखें।
  2. बाएँ हाथ के ऊपरी हिस्से को मुड़े हुए दाएँ पैर के बाहर रखें।
  3. रीढ़ को घुमाएँ और दाएँ कंधे के ऊपर से देखें।
  4. वैकल्पिक रूप से, बाएँ हाथ को दाएँ पैर पर बाँधकर अपने हाथ जकड़ लें।

मरीच्यासन करने में सावधानी (Marichyasana Karne me Savdhani in Hindi)

  • रीढ़ की हड्डी, कंधे या कमर में चोट लगी होने पर यह आसन न करें।
  • श्वास व दस्त के रोगीयों को यह आसन नहीं करना चाहिये।
  • सुरुआत में अधिक जोर न लगाएं।

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