मासिक धर्म सम्बंधी समस्याओं से राहत दिलाते हैं ये 9 आसन

Last Updated on October 4, 2021 by admin

लड़कियों को हर महीने मासिक धर्म होता है और लगभग 40-45 साल की आयु के बाद यह क्रिया बंद हो जाती है, जिसे रजोनिवृत्ति (Menopause) कहा जाता है। यदि मासिक धर्म सिर्फ एकाध महीने न आये तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि हो सकता है कि ऐसा मनोवैज्ञानिक कारणों से हुआ हो।

कई लोगों की यह मान्यता होती है कि रक्तस्राव के समय कोई भी आसन या योग नहीं करना चाहिए परंतु योग शिक्षक की सलाह से रक्तस्राव के समय कुछ सरल आसन बिना तकलीफ से किये जा सकते हैं। मासिक धर्म में पेट दर्द और कमर दर्द की अकसर शिकायत रहती है। इन तकलीफों से बचने के लिए कुछ आसान व्यायाम किये जा सकते हैं। निम्नलिखित व्यायाम मासिक धर्म की तकलीफ से राहत दिला सकते हैं।

हेल्दी और रेगुलर पीरियड्स के लिए रोजाना करें ये योगासन (Yoga Poses For Healthy Menstruation In Hindi)

मासिक धर्म की समस्याओं से बचने हेतु में नीचे दिये गये 9 आसन करने चाहिए –

1). पद्मासन

Padmasana

( और पढ़े – पद्मासन : विधि, लाभ और सावधानी)

2). बद्धकोनासन

Baddha Konasana

3). सुप्त बद्धकोनासन

Supta Baddha Konasan

4). वज्रासन

vajrasana

( और पढ़े – वज्रासन : विधि, लाभ और सावधानी )

5) सुप्त वज्रासन

Supta Vajrasana

( और पढ़े – सुप्त वज्रासन : विधि, लाभ और सावधानी )

अब तक बताये गये आसन मासिक धर्म की तकलीफ में आप कर सकते हैं। इन्हें करने के लिए आप नीचे दी गयी आकृतियों में दिखाये अनुसार (आसन 6, 7, 8) तकिये का सहारा भी ले सकते हैं।

6). आसन 6, 7, 8

मासिक धर्म सम्बंधी समस्याओं से राहत दिलाते हैं ये 9 आसन

इससे आपको कमर दर्द की तकलीफ में राहत महसूस होगी। इन आसनों को करने से महिलाओं के मासिक धर्म की समस्त तकलीफें कम होती हैं। हृदय चुस्त होता है और हृदय के रोग ठीक होते हैं। इन आसनों के बाद अंत में कुछ देर मकरासन की अवस्था में विश्राम कर सकते हैं। मासिक धर्म में बताये गये 8 आसन कर लेने के बाद अंत में मकरासन करें।

7). मकरासन

Makarasana

( और पढ़े – मकरासन : विधि, लाभ और सावधानी)

मासिक धर्म सम्बंधी समस्याएं दूर करने के आसन घरेलू नुस्खे :

मासिक धर्म की समस्या में कुछ घरेलू उपाय अपनाये जा सकते हैं –

1). पपीता – यदि मासिक धर्म की तिथि गुजरे हए 15-20 दिन हो गये तो कच्चे पपीते की सब्जी काफी मात्रा में खायें या फिर पका हुआ पपीता खायें। एक सप्ताह तक लगातार पपीता खाने से सामान्यतः मासिक धर्म आ जाता है। यदि किसी कारण वश एक सप्ताह के अंदर मासिक धर्म न आये तो भी पपीते का सेवन जारी रखें, इसका असर जरूर पड़ेगा।

2). खजूर – यदि पपीता खाने पर भी एक सप्ताह में मासिक धर्म न आये तो पपीते के साथ खजूर भी खाइये। वैसे भी यदि खजूर नियमित रूप से खाये जायें तो मासिक धर्म ठीक समय पर आता है। दिन में दो बार दो-तीन खजूर जरूर खायें लेकिन ध्यान रहे कि बहुत अधिक खजूर न खायें अन्यथा मोटापा बढ़ जायेगा।

3). सोंठ और गुड़ – सोंठ और गुड़ भी मासिक धर्म की अनियमितता में प्रभावकारी होते हैं। थोड़े से गुड़ को पिघलाकर उसमें एक चौथाई चम्मच सोंठ डालिए। दिन में दो बार ऐसा खाने से भी मासिक धर्म एक सप्ताह में आ जाता है।

4). सोंठ और दूध – यदि गुड़ के साथ सोंठ अच्छी न लगे तो एक चौथाई चम्मच सोंठ को गर्म दूध के साथ दिन में दो बार लीजिये, इससे भी फायदा होगा।

5). तिल का तेल – अगर मासिक धर्म के समय आपको पेट के नीचे वाले हिस्से में दर्द हो रहा हो, गैस होने का अनुभव हो रहा हो तो थोड़ा सा तिल का तेल पेट पर लगायें और गरम पानी की थैली से पेट को सेकें। इससे काफी आराम आयेगा।

6). हींग – एक चम्मच देसी घी लेकर उसमें थोड़ी सी हींग (खाने वाली) डालकर गैस पर गरम करके, कपास लेकर उसे घी में डुबोकर दर्दवाले हिस्से पर लगायें।

(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

Leave a Comment

Share to...