Last Updated on November 11, 2019 by admin
विटामिन बी 5 (पेन्टोथेनिक एसिड) क्या है ? : Vitamin B5 (Pantothenic acid) in Hindi
पेन्टोथेनिक एसिड को विटामिन बी 5 भी कहते हैं। पेण्टोथेनिक (Pantothenic ) शब्द ग्रीक भाषा का है जिसका अर्थ है सर्वव्यापी (Every corner or from all sides). यह शब्द संकेत करता है कि पेण्टोथेनिक अम्ल, प्रकृति में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। हमारी आंतों में भी इसका निर्माण होता है। ये दोनों स्थितियां हमारे शरीर में इस विटामिन की कमी नहीं होने देतीं।
पेन्टोथेनिक एसिड (अम्ल), स्वतन्त्र रूप में तथा फास्फोरिक अम्ल व कुछ अन्य पदार्थों के साथ मिश्रण के रूप में पाया जाता है। मिश्रित रूप से पाये जाने वाला रूप को एंजाइम ए’ (Coenzyme A) कहलाता है। यही पेण्टोथेनिक अम्ल का सक्रिय रूप है जो शरीर में होने वाली विभिन्न प्रक्रियाओं में भाग लेता है। पेण्टोथेनिक अम्ल पानी में बहुत ही घुलनशील होता है और अम्ल व क्षार के सम्पर्क में आने पर नष्ट हो जाता है पर उदासीन माध्यम में 120 डिग्री सेण्टीग्रेड पर बन्द करके 30 मिनिट तक गर्म किया जाए तो भी नष्ट नहीं होता। साधारण पाक-विधि में इसकी कोई खास क्षति नहीं होती।
शरीर में विटामिन बी 5 के फायदे व उपयोगिता : Pantothenic Benefits in hindi
विटामिन बी 5 ‘को-एंज़ाइम’ के रूप में कार्बोहाइड्रेट और वसा के चयापचय में भाग लेता है और शरीर के कई नियामक कार्यों (Regular functions) में सहायक होता है।
( और पढ़े – शरीर में विटामिन बी 6 के लाभ )
विटामिन बी 5 दैनिक आवश्यकता : Vitamin B5 Daily Requirement Dose in Hindi
जैसा कि अभी बताया जा चुका है, यह विटामिन प्रकृति में भी बहुतायत से पाया जाता है और हमारे शरीर में भी इसका निर्माण होता रहता है अतः इसकी कोई प्रस्तावित मात्रा ICMR द्वारा बताई नहीं गई है। दैनिक आहार के सेवन व आंतों द्वारा निर्मित इसकी मात्रा से शरीर की आवश्यकता पूरी होती रहती है। यू एन ओ की सिफ़ारिशों के अनुसार इसकी दैनिक आवश्यकता इस प्रकार है –
आवश्यक दैनिक मात्रा –
आयु समुह | विटामिन बी 5 – मि.ग्रा. / दिन |
शिशु | 1.5 – 2.5 |
बालक | 5 – 8 |
किशोर | 8 -1 0 |
वयस्क | 10 |
गर्भवती एवं शिशु को दूध पिलाने वाली माता | 10 – 15 |
विटामिन बी 5 की कमी से होने वाले रोग : Vitamin B5 Deficiency and Diseases in Hindi
अध्ययन की दृष्टि से, पोषण-अनुसन्धानकर्ता वैज्ञानिकों द्वारा इसकी कमी उत्पन्न की गई अर्थात् मनुष्यों को ऐसे आहार पर रखा गया जिसमें पेण्टोथेनिक अम्ल नहीं हो, साथ ही शरीर में इसके निर्माण को बाधित करने के लिए एण्टी विटामिन भी दिया गया। सन 1958-60 के दौरान किये गये इन प्रयोगों के परिणाम स्वरूप मतली, उलटी, कंपकपी, झुंझलाहट जैसे लक्षण पाये गये।
जापान बर्मा आदि देशों में कुछ अन्य रोगियों में पैरों की जलन के लक्षण, जो कि स्नायविक व मानसिक असन्तुलन से सम्बद्ध थे, थायमिन, रायबोफ्लेविन और नायसिन देने पर अच्छे नहीं हए । जब इन रोगियों को सूखी खमीर (Dry yeast) दी गई तो उनमें रोग के लक्षण समाप्त हो गये। हमारे देश में भी पैरों की जलन को दूर करने के उपचार में विटामिन बी 5 (पेण्टोथेनिक अम्ल) के उपचार के सकारात्मक परिणाम देखे गये हैं।
भोज्य पदार्थों में विटामिन बी 5 की मात्रा : Vitamin B5 Rich Foods Vegetarian in Hindi
भोज्य पदार्थ / 100 ग्रा. | विटामिन बी 5 – मि. ग्रा. |
समृद्ध स्त्रोत | |
सूखा खमीर | 10 – 11 |
चावल की ऊपरी पर्त | 3 – 4 |
गेहं के अंकुर | 2 – 3 |
अच्छे स्त्रोत | |
सम्पूर्ण अनाज | 0.6 – 1.5 |
फलियां | 0.6 – 2.2 |
गिरी व दालें | 0.6 – 2.1 |
दूध | 0.3 – 0.4 |
साधारण स्त्रोत | |
मशीन से परिष्कृत अन्न | 0.5 – 0.7 |
सब्जियां | 0.2 – 1.0 |
फल | 0.1 – 0.3 |
( और पढ़े – संतुलित आहार तालिका इसके फायदे और महत्त्व )
विटामिन बी 5 का इतना परिचय प्राप्त कर लेना आम पाठक-पाठिकाओं और विशेष कर नवयुवक एवं नवयुवतियों के लिए काफ़ी है ताकि वे सन्तुलित ढंग के अपने आहार में, इन पोषक तत्वों की ज़रूरत को ठीक से जान समझ लें और सन्तुलित आहार की महत्ता एवं उपयोगिता को समझ कर उचित और सन्तुलित आहार का ही पालन करने लगें ताकि वे अपने शरीर को स्वस्थ, सुडौल और पुष्ट रख सकें।