Last Updated on November 15, 2023 by admin
घुटने में दर्द का कारण : Ghutno me Dard ka Karan in Hindi
वृद्धावस्था, शारीरिक कमजोरी, रक्तहीनता ,वात आदि के कारण घुटने में दर्द होता है।
घुटने में दर्द के लक्षण : Ghutno me Dard ke Lakshan
कभी किसी के एक घुटने में या किसी के दोनों घुटनों में दर्द होता है। रात्रि में दर्द बढ़ जाता है। वर्षा व शीतकाल में दर्द बढ़ जाता है । चलने व उठने बैठने में कष्ट होता है। घुटना कड़ा हो जाता है, सूजन आ जाती है।
घुटने में दर्द का घरेलू इलाज : Ghutno ke Dard ka Ilaj in Hindi
1. अरण्डी से घुटनों के दर्द का घरेलू उपाय : घुटनों का दर्द ठीक करने के लिए थोड़े से अरण्डी के पत्तों को बारिक पीस लें। अब इसमें थोड़ा सा कपूर और थोडा सा सरसों का तेल मिलाकर घुटने के ऊपर लेप करें और फिर इसके ऊपर से कपड़े की पट्टी बांध लें। इसके बाद इसके ऊपर से गर्म सिंकाई करें । इस उपाय से घुटने का दर्द ठीक हो जाता है। ( और पढ़े – अरण्डी तेल के 84 लाजवाब फायदे )
2. मालिश से घुटने के दर्द का इलाज : घुटने आदि अंगों पर जहां सूजन हो और पथराया-सा लगे उस जगह सौंठ भुने गर्म तेल की मालिश करके अंग पर कपड़ा बांधे तथा शीत व हवा से बचाएं। खटाई व शीतल पदार्थ नही खावें।
3. घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक नुस्खा : सौंठ चूर्ण, काली मिर्च, बायबिडंग तथा सेंधा नमक का चूर्ण बनाकर रख लें। इस चूर्ण की 3-3 ग्राम मात्रा शहद में मिलाकर चाटें । घुटने के दर्द में आराम मिलेगा।
4. घुटने के दर्द में लाभदायक गुग्गुल का प्रयोग : शुद्ध गुग्गुल 10 ग्राम तथा इससे दुगना गुड़ लेकर दोनों को खूब बारीक पीसकर छोटे-छोटे बेर के समान गोलियां बनाकर रख लें। नित्य प्रात:-सायं एक-एक गोली थोड़े-से देशी घी के साथ लेते रहने से जोड़ों का घुटने का दर्द दूर होता है, गठिया और सायटिका में भी लाभ मिलता है। ( और पढ़े – चमत्कारी औषधि गुग्गुल )
5. हरड़ के प्रयोग से घुटने के दर्द का इलाज : 100 ग्राम छोटी हरड़ को कूट-पीसकर छान लें। रात को सोते समय इसके 5 ग्राम चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लें। इसका सेवन कुछ दिनों तक लगातार करने से घुटने का दर्द ठीक हो जाता है। ( और पढ़े – हरड़ के फायदे और नुकसान )
6. घुटने के दर्द में लाभदायक लौकी : लौकी के टुकड़े को गर्म कर दर्द वाले स्थान पर लेप करें, जल्द ही आराम मिलेगा।
7. घुटने का दर्द मिटाए स्ट्राबैरी : स्ट्राबैरी (फल) घुटनों के दर्द व गठिया के लिये बहुत लाभदायक है।
8. घुटने के दर्द में अखरोट के लाभ : सुबह भूखे पेट 3-4 अखरोट की गिरियां खाने अथवा सोंठ के काढ़े में अरण्ड का तेल 1-2 चम्मच मिलाकर पीने से घुटनों, कमर व पीठ के दर्द में राहत मिलती ( और पढ़े – अखरोट खाने के 16 फायदे )
9. निर्गुण्डी के इस्तेमाल से होती है घुटनों का दर्द ठीक : निर्गुण्डी के ताजे 8-10 पत्तों को पीसकर मिट्टी के घड़े में ढक्कन लगाकर गर्म कर लें। कुछ देर बाद घड़े को आग से उतार कर पत्तों को हल्का ठंडा करके घुटनों पर उस जगह लगायें जहां दर्द हो रहा हो। बाद में इसके ऊपर से कपड़े की पट्टी बांधें और इस पट्टी को दिन में दो बार बदलें। इससे कुछ ही समय में ही घुटने का दर्द ठीक हो जाता है। ( और पढ़े – निर्गुण्डी के हैरान करदेने वाले 55 फायदे )
10. आंवले का प्रयोग घुटनों के दर्द लाभदायक : 10 ग्राम सोंठ, 10 ग्राम अजवाइन, 20 ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण, 5 ग्राम काले नमक को एक साथ मिलाकर बारिक पीस लें। अब इस चूर्ण को रात में सोते समय आधा चम्मच नित्य सेवन करें। प्रतिदिन सेवन से घुटनों का दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
11. घुटनों के दर्द में मेथी का इस्तेमाल फायदेमंद : मेथी का एक चम्मच चूर्ण जल के साथ सुबह सेवन से घुटनों के दर्द से छुटकारा मिल सकता है। ( और पढ़े – मेथी के अदभुत 124 औषधीय उपयोग )
12. नारियल के उपयोग से घुटनों के दर्द का इलाज : नारियल की गिरी खाने से घुटनों के दर्द की शिकायत नहीं रहती।
13. लहसुन सेवन से घुटनों के दर्द का इलाज : घुटनों का दर्द ठीक करने के लिए प्रतिदिन 3 से 4 लहसुन की कलियां पानी के साथ चबाकर खानें से घुटने का दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
14. घुटनों के दर्द में आलू का प्रयोग लाभदायक : घुटने की श्लेष-शोथ, सूजन, इस जोड़ में किसी प्रकार की बीमारी हो तो कच्चे आलू को पीसकर लगाने में बहुत लाभ मिलता है।
15. घुटनों के दर्द का घरेलू उपचार नीम से : नीम की छाल को पीसकर, पेस्ट बनाकर कमर व घुटने में लेप करने से कमर व घुटने का दर्द ठीक होता है।
प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा घुटनों के दर्द का उपचार :
1. सिर, चेहरे और रोग वाले स्थान को केले की हरी पत्तियों से ढंककर लगभग आधा घण्टे तक खुले बदन धूप में रहना चाहिए। उसके बाद ठण्डे जल से भीगी और निचोड़ी हुई तौलिया से समूचे बदन को पौंछना चाहिए अथवा ठण्डे पानी से नहा लेना चाहिए। यह क्रिया सप्ताह में 3 बार करनी चाहिए।
2. घुटने को दिन में तीन बार आधा घण्टा तक गरम जल में सेक करने के बाद अथवा उस पर भाप देने के बाद रोग की जगह पर ठण्डे जल से भीगी कपड़े की पट्टी रखकर गरम हो जाने पर उसे थोड़ी देर तक बार-बार बदलते रहना चाहिए अथवा एक लीटर में 25 ग्राम नमक मिले गरम पानी से भीगे और निचोड़े कपड़े से जोड़ों को सेंककर उन्हें ठण्डे पानी से धो देना चाहिए अथवा कच्चे आलुओं को पीसकर उन पर बाँध देना चाहिए ।
3. घुटने दर्द से ग्रसित रोगी को जल प्रचुर मात्रा में पीना चाहिए। विशेषकर सुबह-शाम गरम पानी में कागजी नीबू का रस निचोड़कर अवश्य ही पीना चाहिए।
4. घुटने दर्द में 14 दिनों तक रसाहार करने के बाद सबेरे के समय उदर स्नान और शाम के के समय मेहनस्नान लेना चाहिए तथा कब्ज दूर होने तक प्रतिदिन गरम पानी का एनिमा लेना चाहिए। प्रत्येक तीसरे दिन गरम पानी के टब में लेटना चाहिए अथवा एप्सम साल्टबाथ लेना चाहिए।
5. दोपहर को ठण्डा स्पंजबाथ और घर्षणस्नान करना चाहिए। शेष उपचार आवश्यकतानुसार ‘वात रोग ‘ की चिकित्सा के समान ही चलाना चाहिए और यदि रोग फिर भी कुछ शेष रह जाए अथवा जाकर पुनः वापस लौट आए तो 2-2 महीने के अन्तर से पूरे चिकित्सा-क्रम को रोग के समूल नष्ट न होने तक बराबर दोहराते रहना चाहिए।
(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)