Last Updated on August 28, 2022 by admin
अश्वगन्धा पाक क्या है : ashwagandha pak in hindi
अश्वगंधा पाक एक पुष्टिदायक व बलवर्धक श्रेष्ठ रसायन है । असगन्ध के साथ अन्य घटक द्रव्य मिलाकर यह पाक बनाया जाता है जो काफी समय तक खराब नहीं होता और स्वादिष्ट भी होता है। अश्वगंधा से बने हुए पाक का सेवन करने से हमारे शरीर में पूरे वर्षभर शक्ति, स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है।
यहां इसके घटक द्रव्य और निर्माण विधि की जानकारी प्रस्तुत की जा रही है ताकि जो इसे बनाना और खाना चाहें वे बना कर सेवन कर सकें।
अश्वगन्धा पाक के घटक द्रव्य : ashwagandha pak ingredients in hindi
- असगन्ध का महीन पिसा हुआ कपड़छन चूर्ण – 1 किलो,
- सोंठ सत्वा (सत्वा सोंठ को सोंठ बेतरा भी कहते हैं।) – 500 ग्राम,
- छोटी पीपर – 250 ग्राम
- काली मिर्च – 125 ग्राम
- दूध – 16 लिटर
- शुद्ध घी – 2 किलो
- दालचीनी – 10 ग्राम
- तेजपात – 10 ग्राम
- नागकेशर – 10 ग्राम
- इलायची – 10 ग्राम
- जायफल – 10 ग्राम
- केशर – 10 ग्राम
- वंशलोचन – 10 ग्राम
- मोचरस – 10 ग्राम
- जटामांसी – 10 ग्राम
- सफ़ेद चन्दन – 10 ग्राम
- खैर सार – 10 ग्राम
- जावित्री – 10 ग्राम
- पीपलामूल – 10 ग्राम
- लौंग – 10 ग्राम
- कंकोल – 10 ग्राम
- पाढ़ – 10 ग्राम
- अखरोट की गिरी – 10 ग्राम
- सिंघाड़ा – 10 ग्राम
- गोखरू – 10 ग्राम
- तगर – 10 ग्राम
- नेत्रबाला – 10 ग्राम
- नागरमोथा – 10 ग्राम
- सूखा आंवला – 10 ग्राम
- चित्रक छाल – 10 ग्राम
- शतावर – 10 ग्राम
- शक्कर – 4 किलो
अश्वगन्धा पाक बनाने की विधि : preparation method of ashwagandha pak
- दूध को इतनी देर तक उबालें कि घट कर आधा (8 लिटर) रह जाए।
- इसमें असगन्ध, सोंठ, पीपर और कालीमिर्च- चारों को खूब महीन पीसकर कपड़ छन करके डाल दें और हिलाते चलाते हुए औंटाएं।
- जब मावा बन जाए तब एक कड़ाही में घी डालकर गर्म करें और यह मावा डालकर खूब अच्छी तरह हिला चला कर भूनें। जब अच्छा गुलाबी हो जाए तब उतार लें।
- दालचीनी, तेजपात आदि सभी 25 द्रव्यों को कूट पीस कर महीन चूर्ण करके पहले से तैयार रखें।
- शक्कर की चाशनी बनाएं। जब चाशनी गाढ़ी होने लगे तब इसमें पहले मावा डाल कर अच्छी तरह मिलाएं फिर सब चूर्ण डाल कर अच्छी तरह हिलाते चलाते मिलाकर नीचे उतार लें। ठण्डा होने के लिए, थालियों में घी का हाथ लगाकर, फैला कर डाल दें।
- जब जम जाए तब बर्फी काट लें। बस असगन्ध (अश्वगन्धा) पाक तैयार है।
मात्रा और सेवन विधि : ashwagandha pak dosage
सुबह खाली पेट 1-2 बर्फी खूब चबा चबा कर खाएं और साथ में घूट-घूट कर मीठा दूध पीते रहें। किसी भी आयु वाला, इस पाक को, अपनी पाचन शक्ति के अनुकूल मात्रा में ले सकता है। यदि दूध न मिले तो केवल बर्फी खा लें और पानी आधा घण्टे बाद पिएं।
अश्वगन्धा पाक के फायदे : ashwagandha pak ke fayde in hindi
ashwagandha pak benefits in hindi
1. वात रोग – इसके सेवन से समस्त प्रकार के वातरोग, जोड़ों का दर्द, कमर दर्द दूर होता है ।
2. कमजोरी – यह किसी भी अंग में आई हुई निर्बलता, चक्कर आना जैसे रोगों को दूर करता है ।
3. अनिद्रा – अश्वगन्धा पाक अनिद्रा रोग में लाभकारी है । ( और पढ़े – अनिद्रा के आयुर्वेदिक घरेलू उपचार)
4. मांसपेशियों की कमजोरी – यह स्नायविक दौर्बल्यता को दूर करता है ।
5. अवसाद – अश्वगन्धा पाक अवसाद को नष्ट करने वाला उत्तम टोनिक है ।
6. धातु विकार – धातु विकार में यह विशेष प्रभावशाली है । ( और पढ़े –धातु दुर्बलता दूर कर वीर्य बढ़ाने के 32 घरेलू उपाय )
7. वीर्य वर्धक – अश्वगन्धा पाक वीर्य को गाढ़ा और पुष्ट करता है ।
8. यादशक्ति – यह यादशक्ति बढाता और धारणा शक्ति का विकाश करता है ( और पढ़े – यादशक्ति बढ़ाने के सबसे शक्तिशाली 12 प्रयोग)
9. पौष्टिक – अश्वगन्धा पाक सेवन से शरीर का दुबला-पतलापन और कमज़ोरी आदि व्याधियां नष्ट होती है तथा शरीर पुष्ट, सुडौल और शक्तिशाली होता है।
अश्वगन्धा पाक के नुकसान : ashwagandha pak ke nuksan in hindi
इस पाक के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं हैं फिर भी इसे आजमाने से पहले अपने चिकित्सक या सम्बंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से राय अवश्य ले ।