आपकी त्वचा आपके स्वास्थ्य के बारे में क्या कहती है ?
त्वचा से जानें स्वास्थ्य का हाल : त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है। इसके बहुत से कार्य हैं,जिसमें शरीर को सुरक्षा प्रदान करना भी शामिल है। कोमल, चिकनी, सुंदर, ओजयुक्त, दमकती त्वचा स्वस्थ …
त्वचा से जानें स्वास्थ्य का हाल : त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है। इसके बहुत से कार्य हैं,जिसमें शरीर को सुरक्षा प्रदान करना भी शामिल है। कोमल, चिकनी, सुंदर, ओजयुक्त, दमकती त्वचा स्वस्थ …
मुक्ता शुक्ति भस्म : Mukta Shukti Bhasma in Hindi मुक्ता शुक्ति भस्म एक आयुर्वेदिक दवा है , इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों जैसे – क्षय, खाँसी, जीर्णज्वर, नेत्रदाह, उदरवात, पित्तजगुल्म, श्वास, हृद्रोग (पित्तप्रकोपज), पित्तप्रधान अरुचि, पित्तज …
महात्मा लिखित का शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग : ऋषि ‘लिखित’ अपने बड़े भाई के आश्रम की ओर चल पड़े। दीर्घकाल तक एक स्थान पर साधना करते-करते एक दिन उन्हें भाई के पास जाने की इच्छा हो …
चेहरे को सजाने संवारने के लिए महंगे और कृत्रिम पदार्थों से बने पाउडर क्रीम आदि का प्रयोग न करके आयुर्वेदिक उबटन और लेप का प्रयोग करना चाहिए जो कि बहुत सस्ते तो होते ही हैं …
भगवत भक्ति से ओत-प्रोत योग साधन में कितनी शक्ति होती है । इसका उदाहरण सन्त श्रीचन्द्र के जीवन की अनेक घटनाओं से मिलता है। महात्मा श्रीचन्द्र गुरु नानक के सबसे बड़े पुत्र थे । उन्होंने …
नई बीमारी “टेक्स्ट नेक” क्या है ? : text neck in hindi “टेक्स्ट नेक” गर्दन में होने वाले दर्द और झुकाव को कहते हैं। इस बीमारी के होने पर गर्दन का सामान्य झुकाव आगे की …
श्रावण शुक्ल पूर्णिमा अति विशिष्ट एवं महत्त्वपूर्ण तिथि मानी जाती है, क्योंकि इसी दिन भाई-बहन के विरस्नेहिल बंधन का पर्व रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस दिन बहन पावन प्रेम से सराबोर कच्चे धागे को अपने …
देश एवं धर्म साधना के साधक महर्षि अरविन्द – जीवन परिचय : स्वामी विवेकानन्द ने मानव अन्तरात्मा को जाग्रत करने के लिए जो प्रबल प्रयत्न किए थे उनका प्रभाव सारे भारतवर्ष पर विशेषतया बंगाल पर …
1). यकृत रोग का नुस्खा – नींबू, पानी एवं दस काली मिर्च मिलाकर नित्य पीते रहें। यकृत-सम्बन्धी रोग ठीक हो जायेंगे। 2). कब्ज़ के उपचार में दादी माँ के नुस्खे – गरम पानी और नींबू …
क्षमाशील हो तो सन्त दादू जैसा – प्रेरक प्रसंग : सन्त दादू शहर से दूर एक जंगल में ठहरे हुए थे । उस क्षेत्र के लोगों को पता चला तो सभी सत्संग करने हेत जंगल …