Last Updated on March 7, 2024 by admin
परिचय :
काली राई के बीज हल्के काले रंग के होते हैं। काली राई के गुण भी बिल्कुल लाल राई के समान होते हैं लेकिन काली राई अधिक तेज होती है।
काली राई के विभिन्न भाषाओं में नाम :
संस्कृत | राजिका, राजी, आसुरी। |
हिन्दी | राई। |
गुजराती | राई। |
मराठी | मोहरी। |
बंगाली | राई, सरिशा। |
अरबी | खदरल, कुब्र। |
फारसी | सशर्प। |
काली राई के फायदे व उपयोग :
1. गले की सूजन: गले की हल्की सूजन पर राई के तेल से मालिश करने से सूजन दूर होती है।
2. आधे सिर का दर्द (माईग्रेन): राई और कबूतर की बीट को पीसकर लेप करने से आधे सिर का दर्द ठीक होता है।
3. गंजापन: आधी कच्ची और आधी सेंकी हुई राई को पीसकर कडुवे तेल में मिलाकर सिर पर लगाने से गजांपन दूर होता है।
4. जुकाम: राई के तेल से पैरों और तलवों की मालिश करने से सिर की ठंड व जुकाम ठीक हो जाता है। नाक में इसके तेल को रगड़ने से नाक से पानी आना बन्द होता है।
5. बच्चों की खांसी: बच्चों को खांसी होने पर राई के तेल से उनकी छाती की मालिश करना चाहिए। इससे खांसी दूर होती है।
6. उल्टी: राई के आटे को पानी मे घोलकर पीने से उल्टी तुरंत बंद हो जाती है। इसके प्लास्टर को पेट और छाती पर लगाने से उल्टी तुरंत बंद हो जाती है।
7. गठिया:
- राई का प्लास्टर करने से गठिया का दर्द दूर होता है।
- राई के तेल में कपूर मिलाकर लेप करने से भी गठिया का दर्द ठीक होता है।
8. सुस्ती: काली राई के शुद्ध और ताजे तेल की मालिश करने से सुस्ती दूर होती है।
9. बिच्छू का जहर: कपास के पत्ते व राई को एक साथ पीसकर डंक वाले स्थान पर लेप करने से बिच्छू का जहर उतर जाता है।
10. दाद: राई को सिरके के साथ पीसकर दाद पर लेप करने से दाद मिटता है।
11. खून जमना: राई के तेल से मालिश करने से खून का जमना ठीक होता है।
Read the English translation of this article here ☛ Black mustard seeds (Rai): 11 Amazing Uses and Benefits
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।