Last Updated on November 15, 2020 by admin
हम सभी जानते हैं कि अच्छी सेहत के लिए अच्छा खाना बेहद ज़रूरी होता है। खाना पकाने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण चीज़ मानी जाती है, वह है खाद्य तेल। तेल भोजन के स्वाद को तो बढ़ाता है, साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सभी तेलों में बहुत मात्रा में वसीय अम्ल मिलते हैं; ध्यान रहे कि हम तले भुने अथवा नमक मिर्च मसालेदार खाने का समर्थन नहीं कर रहे हैं, बस इतना समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि तेल की मात्रा थोड़ी हो परंतु जितनी भी हो तेल को बदलते रहे तो किसी भी तेलों के पोषक तत्त्व शरीर को नियमित रूप से सुलभ होता रहे। खाना बनाने के लिए हम कई प्रकार के तेलों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इनके सेहत से भरपूर गुणों के बारे में नहीं जानते। आइए अब जानते हैं, विविध तेलों के लाभों के बारे में।
सबसे अच्छा खाना पकाने का तेल मूंगफली का तेल (Healthiest Cooking Oil Peanut oil in Hindi)
मूंगफली का तेल मिनरल, एंटी ऑक्सिडंट और विटामिन जैसे पोषक तत्त्वों से भरपूर होता है। इसके अलावा इस तेल में फोलिक एसिड,स्टीएरिक एसिड, पामिटिक एसिड पाए जाते हैं।
लाभ –
- हृदय का स्वास्थ्य बनाए रखने में यह सहायक होता
- यह बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे कि झुर्रियों को भी ज़ल्दी आने नहीं देता।
- मूंगफली का तेल शरीर में चरबी के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- पाचन क्रिया को ठीक करता है।
- मूंगफली तेल का सेवन सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है।
- मूंगफली का तेल प्रोटीन का बढ़िया स्रोत माना जाता है। रोज़ाना सही मात्रा में मूंगफली के तेल में पकाया हुआ भोजन करने से शरीर में मजबूती आती है।
- यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी लड़ने में मदद करता है।
( और पढ़े – सेहत का खजाना मूंगफली )
खाना बनाने के लिए उपयोग करें अलसी का तेल (Khana Banane ke Liye Upyog kare Flaxseed oil in Hindi)
इसमें विटामिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, लोहा, कॉपर, जिंक, प्रोटीन, विटामिन आदि तत्त्व पाए जाते हैं।
लाभ –
- इसमें मौजूद ओमेगा 3 अल्फा लिनोलेनिक एसिड की अधिकता से हृदय विकार व स्ट्रोक रोकने में सहायता करता ।
- इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को नियमित रखने में मदद करता है।
- विटामिन ई से भरपूर अलसी बालों को पोषण देने के साथ ही लंबाई बढ़ाने में भी बहुत मददगार है।
- ओमेगा 6 वसीय अम्ल एवं इसके अल्फा लिनोलेनिक अम्ल से त्वचा की समस्याएँ दूर रखने में सहायता होती है।
- अलसी का तेल एनजाइना व हाइपर टेन्शन से बचाता है।
- रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं को होनेवाली समस्याओं से बचाने में अलसी प्रमुख भूमिका निभाता है।
- कैल्शियम को शरीर में समाने (absorb) में मदद करता है।
( और पढ़े – इन सभी समस्याओं को दूर करता है अलसी )
बेस्ट कुकिंग आयल फॉर हेल्थ नारियल का तेल (Best Cooking Oil for Health Coconut oil in Hindi)
कच्चे नारियल की गिरी से तेल निकाला जाता है। यह उत्तम खाद्यतेल होता है। नारियल का तेल एंटी
ऑक्सिडंट्स से समृद्ध होता है। इसमें सैच्युरेटेड फैट काफी मात्रा में पाया जाता है।
लाभ –
- यह त्वचा को नमी प्रदान कर, सूखी त्वचा को मुलायम बनाता है। इसके अलावा नारियल का तेल सोरायसिस, एक्जिमा और अन्य त्वचा की समस्याओं के इलाज में सहायक है।
- बालों को प्रोटीन देता है और उन्हें मज़बूत, चमकदार और स्वस्थ बनाता है।
- नारियल तेल स्वस्थ वसा से बना है, जिसमें जीवाणुरोधक,एंटी वाइरल और रोगाणुरोधक गुण होते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immunity) को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं।
- अध्ययनों के अनुसार नारियल तेल का आहार में उपयोग अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ा सकता है और खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम कर सकता है।
- रोज़ नारियल तेल से बच्चे की मालिश करने से बच्चे के शरीर में ताज़गी और एनर्जी बनी रहती है।
- नारियल तेल में एंटी वाइरल और एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होने के कारण यह घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।
- फटी एडियों में नारियल का तेल इस्तेमाल करने से एडियाँ मुलायम बनती हैं।
( और पढ़े – स्वास्थ्य के लिए वरदान है नारियल )
स्वास्थ्यप्रद तेल है राइस ब्रान का तेल (Healthiest Oil Rice Bran oil in Hindi)
राइस ब्रान में पॉलीअनसैच्युरेटेड फैट पाया जाता है, साथ ही इसमें विटामिन्स, एंटी ऑक्सिडंट भी पाए जाते हैं। यह विटामिन ई का बहत बढ़िया स्रोत है।
लाभ –
- राइस ब्रान तेल में लिवर को मज़बत करनेवाले विटामिन और प्रोटीन का समावेश होता है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है।
- इसमें एंटी ऑक्सिडंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर की इम्युन सिस्टम को मज़बूत बनाता है।
- यह थाइरॉइड हार्मोन के (टी.एस.एच.) स्तर को नियमित रखता है।
- राइस ब्रान तेल में ‘टोकोफेरॉल्स एंड टोकोटीनॉल्स’ नाम के कैंसर विरोधी तत्त्व पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होनेवाले कैंसर से बचाने में मदद करते हैं।
- इससे त्वचा नरम तथा मुलायम होने लगती है तथा झुर्रियाँ कम होने लगती हैं।
- इसमें विटामिन ई, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 पाए जाते हैं, जो बालों को सफेद होने से बचाते हैं।
- यह कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित रखता है, इसका सेवनकरने से हृदय विकार दूर रहता हैं।
तलने के लिए सबसे अच्छा तेल कुसुम का तेल (Best Oil for Frying Safflower oil in Hindi)
सॅफ्लॉवर तेल को हिंदी में कुसुम का तेल और मराठी में करडई का तेल कहा जाता है। इस तेल में विभिन्न प्रकार के औषधिय गुण पाए जाते हैं। जिनका प्रयोग औषधियों को बनाने में किया जाता है। कुसुम तेल का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए और सलाद ड्रेसिंग के लिए किया जाता है। विभिन्न प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों को बनाने के लिए भी इसे उपयोग में लाया जाता है।
लाभ –
- कुसुम के तेल में ओमेगा ६ फैटी एसिड पाए जाने की वजह से रक्तचाप की मात्रा को नियंत्रण में रहने के लिए सहायता प्राप्त होती है।
- कुसुम के तेल में ओमेगा 6 फैटी एसिड पाया जाता है, वह शरीर की चरबी को जमा करने के बजाय अतिरिक्त चरबी को नष्ट करता है और आपके वज़न को कम करने में मददगार साबित होता है।
- कुसुम का तेल घाव पर लगाने से घाव ठीक होता है।
- कुसुम के तेल की मालिश करने से जाँघों का सुन्न होना ठीक होता है।
- कुसुम का तेल प्रतिदिन लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे व निशान ठीक होते हैं।
- मधुमेह में शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- मासिक धर्म के दर्द में आराम मिलता है।
खाना बनाने के लिए बेस्ट तेल है जैतून का तेल (Best Olive oil for Cooking in Hindi)
जैतून के तेल में विटामिन ‘ई’ और ‘के’ की मात्रा होती है, इसके साथ ही ओमेगा 3, ओमेगा 6 फैटी एसिड्स और एंटी ऑक्सिडंट्स पाए जाते हैं।
लाभ –
- इस तेल में अन्य तेलों की अपेक्षा अधिक मोनोअनसैच्युरेटेड वसीय अम्ल होते हैं, जिससे पाचन सरल रहता है तथा पेट के अल्सर भी ज़ल्दी ठीक हो पाते हैं।
- जैतून के तेल में फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में होती है, जो हृदय रोगों के खतरों को कम करती है।
- यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
- कैल्शियम की मात्रा काफी मात्रा में पाई जाती है, इसलिए इसे आहार में या अन्य तरीकों से इस्तेमाल करने से ऑस्टिओपोरोसिस जैसी समस्याओं में निजात मिलती है।
- इसे बालों में कंडिशनर की तरह प्रयोग में लाया जा सकता है,जिससे रूसी की समस्या में समाधान मिलता है व बाल मुलायम हो जाते हैं।
- इसकी आँखों की चारों ओर मालिश करने से आँखों के नीचे के काले दाग नष्ट होते हैं।
- नाखूनों की चमक बनाए रखने में मददगार होता है।
- शरीर की हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता है।
- यह मधुमेह में इन्शुलिन की कार्यप्रणाली को बढ़ाता है।
( और पढ़े – जैतून में हैं अनेक बेहरतरीन गुण )
भारतीय खाना पकाने के लिए सबसे अच्छा तेल तिल का तेल (Best Oil for Indian Cooking Sesame oil in Hindi)
यह जस्ता, तांबा, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन ई, बी कॉम्प्लेक्स व मैग्नीशियम इत्यादि खनिजों से समृद्ध होता है। इसमें पॉलिअनसैच्युरेटेड वसा सहित टायरोसिन (एक अमीनो अम्ल) होता है। चरकसंहिता में इसे खाना पकाने का श्रेष्ठ तेल घोषित किया गया है।
लाभ –
- यह बालों का रंग काला करने में और बालों का झड़ना खत्म करने में भी मदद करता है।
- तिल के तेल को ऑइल पुलिंग प्रक्रिया में उपयोग किया जा सकता है, जिससे मुँह के हानिकारक कीटाणु खत्म हो जाते है।
- तांबा, जस्ता और कैल्शियम ये तीनों खनिज शरीर में हड्डियों के विकास में मदद करते हैं।
- इसके सेवन से भूख बढ़ती है।
- इसमें विटामिन ई और विटामिन बी पाया जाता है जो कि त्वचा को चमकदार बनाता है।
- यह तेल दाँत की सड़न और मसूड़ों से खून को बहने से रोकता है।
( और पढ़े – तिल के 26 बेसकीमती स्वास्थ्य लाभ )
बेस्ट कुकिंग आयल है सोयाबीन का तेल (Best Cooking Oil Soybean oil in Hindi)
इसमें वसीय अम्लों सहित विटामिन्स व खनिज होते हैं। इसमें एंटी ऑक्सिडंट्स बहुत होते हैं। सोयाबीन तेल में लिनोलिक अम्ल एवं लिनालेनिक अम्ल प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा आइसोफ्लेवोन, लेसिथिन और फाइटोस्टेरॉल रूप में स्वास्थ्यवर्धक उपयोगी घटक होते हैं।
लाभ –
- इससे हृदय संबंधित समस्याएँ जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक इत्यादि दूर होने में लाभ मिलता है।
- सोयाबीन के तेल में विटामिन ‘के’ की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो अल्जाइमर जैसी बीमारी को दूर रखने में सहायक होता है।
- ओमेगा 3 फैटी एसिडस फ्री रेडिकल्स को प्रभावहीन कर देते हैं परिणामस्वरूप जिसकी वजह से मोतियाबिंद होने की संभावना नहीं बनती है।
- मानसिक तनाव कम होता है।
- मधुमेह को नियंत्रित रखता है।
( और पढ़े – गुणों से मालामाल सोयाबीन )
सबसे बढ़िया खाने का तेल है सूरजमुखी का तेल (Sabse Badiya Khane ka Tel Sunflower oil in Hindi)
सूरजमुखी तेल में मुख्य रूप से लिनोलिक एसिड पाया जाता है। इसमें लेसिथिन, कैरोटीनॉड्स, टोकोफेरोल और विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन ई की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
लाभ –
- सूरजमुखी के तेल में मौजूद अनसैच्युरेटेड फैट्स से ऊर्जा महसूस होती है।
- यह त्वचा को सूरज से होनेवाली क्षति से बेहतर तरीके से सुरक्षित रख सकता है।
- सूरजमुखी का तेल अस्थमा के साथ-साथ जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है।
- सूरजमुखी के तेल में विटामिन सी पाया जाता है, जो त्वचा और बालों को सुंदर व चमकदार बनाता है।
- यह इन्जाइम और हार्मोन के स्राव को बढ़ाता है, जिसके कारण शरीर में हार्मोन्स की अनियमितता नहीं होती है।
- इस तेल का सेवन करने से लिवर सही तरीके से काम करता है।
( और पढ़े – स्वास्थ्य के लिए वरदान है सूरजमुखी )
बेस्ट कुकिंग आयल है बादाम का तेल (Best Cooking Oil Almond oil in Hindi)
बादाम तेल में विटामिन ए, बी और ई मौजूद होता है। पोटैशियम, प्रोटीन, ज़रूरी मिनरल्स और जिंक भारी मात्रा में पाए जाते हैं।
लाभ –
- बादाम तेल में सूजन को कम करनेवाले गुण होते हैं। यह त्वचा की सूजन को कम कर सकता है।
- इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड्स होते हैं, इससे दिमाग को पोषण मिलता है।
- बादाम तेल एक नैचरल सनस्क्रीन का काम भी करता है। यह टैनिंग और सनबर्न से बचाता है।
- नवजात शिशुओं को इस तेल से मालिश करने से उनकी हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मज़बूत बनती हैं।
- बादाम मे कई ऐसे पोषक तत्त्व होते हैं, जो दिमाग के विकास और स्वस्थ रखने में फायदेमंद होते हैं।
- बादाम में महत्वपूर्ण मिनरल और विटामिन पाए जाते हैं, जिनमें से फॉस्फोरस और कैल्शियम भी है। जो हमारी हड्डियों और दाँतों को मज़बूती प्रदान करता है।
स्वास्थ्य के लिए कितना लाभप्रद है तेलों का मिश्रण ? :
एक अथवा अधिक तेलों को मिलाकर भी प्रयोग में लाया जा सकता है, किंतु इससे पहले दुकान पर तेलों के लेबल्स को ठीक से पढ़ना एवं चिकित्सक से बात करनी आवश्यक है। मिश्रित तेल के कारण वसीय अम्लों व एंटी ऑक्सिडंट्स का उपयुक्त संतुलन शरीर को मिल सकता है तथा अधिक ताप पर तेल टिके रहे इसलिए भी मिश्रण का प्रयोग किया जा सकता है।
ऑक्सिडेटिव स्थिरता बढ़ाने में भी यह सहायक हो सकता है। राइस ब्रान तेल व कुसुम तेल के मिश्रण (70:30) में एंटी ऑक्सिडंट्स मिला देने से कई लिपिड पॅरामीटर्स व कुछ इंफ्लेमेटरी मार्कर्स बढ़े पाए गए।
(तेलों का मिश्रण कर इस्तेमाल करने से पहले किसी विशेषज्ञ का परामर्श लेना आवश्यक होता है। यहाँ हमने जानकारी हेतु ये बातें वर्णित की हैं।) सभी प्रकार के तेलों का लाभ उठाने के लिए हम यह कर सकते हैं कि हर पंद्रह दिन या हर महीने तेल को बदलकर दूसरा तेल लेकर इस्तेमाल करें।
तेल खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान :
घर लाते समय तेल की बोतल की लेबलिंग को पढ़ते हुए ध्यान रखें –
वैज्ञानिकों के अनुसार ट्रांस फैट एवं सेच्युरेटेड फैट की तुलना में अनसैच्युरेटेड (पॉलिअनसैच्युरेटेड व मोनोअनसैच्युरेटेड) फैट अधिक लाभप्रद रहते हैं, इसलिए इनका प्रतिशत देखकर खरीददारी करें। ओमेगा वसीय अम्ल पॉलिअनसेच्युरेटेड फैट्स के विशिष्ट प्रकार होते हैं, जो हृदय व रूधिर के लिए अच्छे माने गए हैं।
स्मोक प्वॉइंट जितना अधिक होगा तेल को इतने अधिक तापक्रम पर खाने में प्रयोग किया जा सकता है, इसलिए कम स्मोक प्वॉइंटवाले तेल का प्रयोग पोहा बनाने जैसे कम तापवाले प्रयोगों में करें। वैसे ध्यान रखें कि अधिक समय तक, अधिक ताप पर व अधिक बार पकाने से सभी तेलों के लाभ कम हो जाते हैं एवं ये हानिप्रद होने लगते हैं। स्मोक प्वॉइंट को तेल का बर्निंग प्वॉइंट भी कहा जाता है, इस तापक्रम पर पहुँचने पर तेल की रासायनिक संरचना विकृत होने लगती है। एक बार तला हुआ तेल फिर से इस्तेमाल करना हानिकारक होता है।