Last Updated on August 5, 2023 by admin
दिव्य श्वासारि वटी क्या है? (divya swasari vati in hindi)
दिव्य श्वासारि वटी, पतंजलि द्वारा बनाई गई एक आयुर्वेदिक दवा है। यह खांसी, सर्दी, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है।
इसमें – वसाका, तालिसपत्र, मुलेठी, पिप्पली और कंटकारी जैसी कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का समावेश होता है। ये सभी जड़ी-बूटियाँ श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी होती हैं और राहत प्रदान करती हैं।
दिव्य श्वासारि वटी का प्रमुख कार्य ब्रोंकोडाइलेशन है। यह एक प्राकृतिक ब्रोंकोडाइलेटर की तरह काम करती है और फेफड़ों की श्वास नलिकाओं को आराम पहुंचाती है।
दिव्य श्वासारि वटी में मौजूद विभिन्न जड़ी-बूटियाँ फेफड़ों की श्वसन नलिकाओं को शिथिल करने का काम करती हैं। ये नलिकाएं सिकुड़ी हुई होती हैं लेकिन इस दवा के सेवन से ये फैलती हैं और आसानी से प्राणवायु गुजरने लगती है।
परिणामस्वरूप, फेफड़ों तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुँचने लगती है और व्यक्ति को साँस लेने में आसानी होती है। खांसी, सर्दी और सीने का जमाव जैसी समस्याएं कम होने लगती हैं। यह श्वसन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखती है।
यह एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक दवा है जो बिना किसी दुष्प्रभाव के प्रभावी राहत प्रदान करती है। दिव्य श्वासारि वटी बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपयुक्त और सुरक्षित है।
दिव्य श्वासारि वटी के फायदे और उपयोग (divya swasari vati ke fayde aur upyog in hindi)
दिव्य श्वासारि वटी का नियमित उपयोग करने से श्वसन संबंधी कई समस्याओं में लाभ मिलता है:
- खांसी और सर्दी में तुरंत आराम – दिव्य श्वासारि वटी में मौजूद जड़ी-बूटियां गले की खराश और खांसी को कम करने में मदद करती हैं। इसका नियमित सेवन करने से पुरानी खांसी-सर्दी में राहत मिलती है।
- ब्रोंकाइटिस में आराम – ब्रोंकाइटिस के मरीजों को दिव्य श्वासारि वटी से फायदा हो सकता है क्योंकि यह फेफड़ों में रुकावट को दूर करती है और प्राणवायु के प्रवाह को बेहतर बनाती है।
- अस्थमा में आराम – अस्थमा के मरीजों को श्वास लेने में परेशानी होती है लेकिन दिव्य श्वासारि वटी फेफड़ों की श्वसन नलिकाओं को खोलकर इस समस्या में आराम दिलाती है।
- इम्युनिटी बढ़ाना – दिव्य श्वासारि वटी की जड़ी-बूटियां प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं।
- छाती का जमाव साफ करना – यह उत्पाद छाती में कफ-बलगम के जमाव को साफ कर श्वसन मार्ग को खोलकर आराम पहुंचाता है।
- गले की खराश में लाभ – टॉन्सिलाइटिस और गले की खराश की समस्या में दिव्य श्वासारि वटी का सेवन राहत प्रदान करता है। यह गले के ऊतकों को राहत प्रदान करता है।
- बच्चों में उपयोग – यह गोलियां बच्चों में भी खांसी, सर्दी और अस्थमा जैसी समस्याओं के इलाज के लिए सुरक्षित रूप से दी जा सकती हैं।
इस प्रकार, दिव्य श्वासारि वटी कई तरह की श्वसन समस्याओं में लाभकारी है और सुरक्षित रूप से उपयोग की जा सकती है।
दिव्य श्वासारि वटी का सबसे अधिक उपयोग निम्नलिखित के लिए किया जाता है:
- दमा
- क्रोनिक ब्रोंकाइटिस
- पुरानी खांसी और सर्दी
- छाती में जमाव
- गले में खराश और टॉन्सिलाइटिस
- साँस लेने में कठिनाई
इसके प्राकृतिक तत्व इसे बिना किसी दुष्प्रभाव के जोखिम के नियमित उपयोग के लिए उपयुक्त बनाते हैं। इसे एलोपैथिक दवाओं के साथ सुरक्षित रूप से लिया जा सकता है।
दिव्य श्वासारि वटी की सेवन विधि (how to take patanjali swasari vati)
दिव्य श्वासारि वटी का सेवन निम्न खुराक में किया जाना चाहिए:
- वयस्कों के लिए – वयस्क व्यक्ति एक से दो गोलियां दिन में दो से तीन बार ले सकते हैं। गोलियां भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ लेनी चाहिए।
- 12 से ऊपर के बच्चों के लिए – 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे एक गोली को दिन में दो से तीन बार खा सकते हैं। गोलियां भोजन के बाद ही लेनी चाहिए।
- 6 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए – इस आयु वर्ग के बच्चों को एक गोली दिन में दो-तीन बार देनी चाहिए।
- 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए – छोटे बच्चों को एक गोली का आधा हिस्सा दिन में दो से तीन बार दिया जा सकता है।
गंभीर लक्षणों के लिए इसकी खुराक को बढ़ाकर 3-4 घंटे में एक गोली ली जा सकती है ताकि जल्द राहत मिल सके। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर इसका सेवन किया जाना चाहिए।
दिव्य श्वासारि वटी के संभावित दुष्प्रभाव (divya swasari vati ke nuksan )
दिव्य श्वासारि वटी का उपयोग अनुशंसित खुराक में करने पर यह आमतौर पर अच्छी तरह से सहन की जाती है। इसके कुछ संभावित दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
- मतली – कुछ लोगों को दिव्य श्वासारि वटी के सेवन से मतली महसूस हो सकती है। यह दुष्प्रभाव अस्थायी होता है।
- दस्त या कब्ज – पेट संबंधी गड़बड़ी जैसे दस्त या कब्ज भी हो सकता है। यह दुष्प्रभाव भी अल्पकालिक होते हैं।
- एलर्जी – इसकी किसी भी सामग्री के प्रति एलर्जी होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- रक्तचाप – उच्च रक्तचाप के रोगियों को चिकित्सक से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए।
- गर्भावस्था – गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन न करें।
इस प्रकार, दिव्य श्वासारि वटी के संभावित दुष्प्रभाव न्यूनतम होते हैं और यह आमतौर पर अच्छी तरह से सहन की जाती है। हालांकि चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है।
भारत में दिव्य श्वासारि वटी की कीमत (patanjali swasari vati price)
दिव्य श्वासारि वटी की कीमतें निम्नानुसार हैं:
- 10 गोलियों की पैकिंग – ₹25
- 60 गोलियों की पैकिंग – ₹80
- 120 गोलियों की पैकिंग – ₹140
- एक गोली की कीमत – ₹1 से ₹2
यह पतंजलि की दुकानों, मेडिकल स्टोर्स और ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइट्स जैसे Amazon, Flipkart आदि पर आसानी से उपलब्ध है।
ऑनलाइन खरीदारी करते समय पैकेजिंग और एक्सपायरी डेट की जाँच अवश्य कर लें। यह सस्ती और प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है।
पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
दिव्य श्वासारि वटी पर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
प्रश्न: दिव्य श्वासारि वटी कब काम करना शुरू कर देती है?
उत्तर: दिव्य श्वासारि वटी का सेवन करने के 30 से 40 मिनट के भीतर ही यह खांसी और फेफड़ों की जकड़न को कम करना शुरू कर देती है।
प्रश्न: दिव्य श्वासारि वटी का दैनिक सेवन सुरक्षित है?
उत्तर: हां, श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए चिकित्सक की निगरानी में इसका दैनिक सेवन करना सुरक्षित है। लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
प्रश्न: दिव्य श्वासारि वटी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है?
उत्तर: जी हां, इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करती हैं।
प्रश्न: गर्भवती महिलाएं इसका सेवन कर सकती हैं?
उत्तर: गर्भावस्था में केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दिव्य श्वासारि वटी का सेवन करना चाहिए। बिना सलाह के नहीं लेनी चाहिए।
प्रश्न: दिव्य श्वासारि वटी किडनी रोगियों के लिए सुरक्षित है?
उत्तर: किडनी रोगियों को भी डॉक्टर की सलाह पर ही दिव्य श्वासारि वटी का सेवन करना चाहिए।
दिव्य श्वासारि वटी पर सारांश
दिव्य श्वासारि वटी, एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक दवा है जो श्वसन संबंधी कई समस्याओं जैसे – खांसी, सर्दी, दमा, ब्रोंकाइटिस आदि में राहत प्रदान करती है।
यह फेफड़ों की श्वास नलिकाओं को विस्तृत करके श्वसन तंत्र को साफ करती है। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती हैं।
दिव्य श्वासारि वटी का नियमित उपयोग श्वसन संबंधी समस्याओं पर प्रभावी नियंत्रण प्रदान करता है। यह एक सुरक्षित और गैर-नशीली दवा है।
हालांकि, इसका सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए योग, व्यायाम और संतुलित आहार भी महत्वपूर्ण है।
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।