Last Updated on August 21, 2020 by admin
तिल के बीजों के बिना भारत में सर्दियों की कल्पना करना असंभव है। पुराने समय से ही तिल भारतीय रसोई का एक अनिवार्य हिस्सा रहे हैं। आयुर्वेद शरीर में गर्मी और ऊर्जा उत्पन्न करने की इसकी क्षमता और कई पोषण संबंधी लाभों के बारे में दावा करता है। यही कारण है कि सबसे छोटी वस्तु होने के बावजूद इसे कड़कड़ाती सर्दी के मौसम में आपकी रसोई का हिस्सा बनना ही चाहिए।
सर्दियों में तिल से मिलने वाले लाभ (Til Khane ke Labh in Hindi)
- बालों को बढ़ाने में सहायक
- असंतृप्त वसा का अच्छा स्रोत
- आयु वृद्धि विरोधक गुण
- दाँतों की देखभाल
- पाचनशक्ति को बढ़ाना
- अच्छा ऊर्जा स्रोत
- रक्तचाप को स्थिर रखना
- हड्डियों को मज़बूत रखें
- त्वचा का जलना
- तनाव
- हृदय की मांसपेशियों के लिए
- सूखी खाँसी
- मुँह के छाले
- पाचन तंत्र
- कोलेस्ट्रोल
- आँखें
- कैंसर
- गर्भवती महिला और भ्रूण
तिल का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद होता है। ठण्ड में तिल व इसके तेल दोनों का ही सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद में सफेद व काले तिलों का उपयोग औषधीय रूप में भी किया जाता रहा है। तिल एंटीऑक्सीडेंट से पूर्ण होता है। यह बैक्टीरिया, एजिंग और वाइरस से शरीर की रक्षा करता है।
सर्दियों में तिल खाने के हैं कई फायदे : Eighteen Health Benefits of Til in Cold
sardiyon me til khane ke kya fayde hai –
1) बालों को बढ़ाने में सहायक (sesame seeds benefits for hair in hindi)
सर्दियों के आते ही बाल शुष्क हो जाते हैं और झड़ने लगते हैं। तिल बालों की जड़ों को मजबूत करता है और यह ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण बालों में नमी बनाए रखने में मदद करता है और बालों की चमक को बनाए रखता है।
( और पढ़े – बालों की देखभाल के घरेलू उपाय और नुस्खे )
2) असंतृप्त वसा का अच्छा स्रोत
मक्खन या कृत्रिम मक्खन, जिन्हें संतृप्त वसा के साथ पैक किया जाता है, जबकि तिल के तेल में मुख्य रूप से असंतृप्त वसा होती है।
3) आयु वृद्धि विरोधक गुण
तिल के बीज एंटी ऑक्सिडंट से भरपूर होते हैं, जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करते हैं और आपको जवान और ताज़गीभरी त्वचा प्रदान करते हैं।
4) दाँतों की करे देखभाल (sesame seeds benefits for teeth in hindi)
बीजों में मौजूद तेल दाँतों में जमे मैल को हटाने में मदद करता है और दाँतों को स्वस्थ रखते हैं।
5) पाचनशक्ति को करे दुरुस्त (sesame seeds good for digestion in hindi)
फाइबर की उच्च मात्रा और असंतृप्त फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण काले तिल कब्ज़ को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। बीज में पाया जानेवाला तेल आँतों को चिकनाई देता है, जबकि बीज से मिलनेवाले फाइबर से आसानी से मल त्याग में मदद मिलती है।
( और पढ़े – पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय )
6) ऊर्जा का अच्छा स्रोत (sesame seeds is a good source of energy)
यह पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड और ओमेगा 6 जैसे स्वस्थ वसा से भरपूर होते हैं। इनमें फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस आदि होते हैं, जो ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
7) रक्तचाप स्थिर रखने में सहायक (sesame seeds good for high blood pressure in hindi)
तिल के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो उच्च रक्तचाप को रोकने में मदद करते हैं।
8) हड्डियों को करे मज़बूत (sesame seeds benefits for bones in hindi)
तिल में पाए जाने वाले खनिज तत्व जैसे – जस्ता, कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों को मज़बूत करने में मदद करते हैं।
( और पढ़े – हड्डियों को वज्र जैसा मजबूत बनाने के उपाय )
9) जले हुए घाव में लाभकारी
त्वचा के जलने पर तिल को पीसकर घी और कपूर के साथ जले स्थान पर लेप करने से आराम मिलता है।
10) तनाव कम करने में सहायक (sesame seeds helps to fight stress and depression)
तिल में नियासिन नाम का विटामिन पाया जाता है, जो तनाव और डिप्रेशन को कम करने में सहायक होता है।
11) हृदय की मांसपेशियों को करे मजबूत (sesame seeds good for heart in hindi)
तिल में कई तरह के पोषक तत्व जैसे – कैल्शियम, जिंक, आयरन, मैग्नीशियम और सेलेनियम होते हैं, जो हृदय की कार्यक्षमता को बढा, मांसपेशियों को बल प्रदान करते हैं।
12) सूखी खाँसी में उपयोगी (sesame seeds benefits for cough in hindi)
तिल को मिश्री के साथ जल के साथ सेवन करने से सूखी खाँसी में लाभ मिलता है।
13) मुँह के छाले करे ठीक (sesame seeds benefits for mouth ulcers in hindi)
तिल के तेल में सेंधा नमक मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने से छाले ठीक होने लगते हैं।
14) पाचन तंत्र के लिए गुणकारी (sesame seeds good for digestive system in hindi)
तिल में पाई जानेवाली फाइबर की प्रचुर मात्रा के कारण ये पेट और आँतें साफ करने में बहुत सहायक होते हैं।
15) कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करे (sesame seeds health benefits for cholesterol in hindi)
तिल के तेल में फोलिक एसिड प्रचूर मात्रा में उपस्थित होता है, जो हमारे शरीर के गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा में वृद्धि करता है।
( और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के 13 आसान उपाय )
16) आँखें के लिए लाभदायक (sesame seeds health benefits for eyes in hindi)
तिल के सेवन से आँखों में थकान, जलन, कम दिखना और खुष्क आँखें होना आदि समस्याओं का निवारण होता है।
( और पढ़े – आंखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय )
17) कैंसर को करे नियंत्रित (sesame seeds prevent cancer in hindi)
तिल में सेसमीन नाम का एंटी ऑक्सिडंट होता है, जो कैंसर के कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
18) गर्भवती महिला के लिए पोषक आहार (sesame seed good for pregnancy in hindi)
तिल में फोलिक ऐसिड पाया जाता है, जो गर्भवती महिला को स्वस्थ रखने व भ्रूण के विकास में मदद करता है।
तिल के बीजों का सेवन कैसे करें ?(How to Consume Sesame Seeds Daily in Hindi)
til khane ka tarika –
तिल के बीजों को अकसर गर्म गुड़, चीनी या ताड़ की चीनी के साथ मिलाया जाता है और गोल लड बनाए जाते हैं और इसका नाश्ते में तिल के लड्डु के रूप में सेवन किया जाता है। इसके अलावा तिल की गजक का सेवन सर्दियों में स्नैक के रूप में किया जाता है।
इसे आप अपने अन्य प्रकार के नाश्ते में भी मिला सकते हैं, आप इन्हें नूडल्स के ऊपर छिड़क सकते हैं या इसे दही या स्मूदी में मिलाकर मज़ेदार स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
तिल के स्वादिष्ट लड्डू बनाने की रेसिपी (til ke laddu recipe in hindi)
til ke laddu kaise banaye jate hain –
सामग्री :
- 1 कप तिल के बीज
- 1/2 कप गुड़
- 1/4 कप भुनी हुई मूंगफली
- 2 बड़े चम्मच घी
- चिकनाई के लिए तेल
विधि :
- एक कड़ाही में सूखे तिल को हल्का सुनहरा होने तक भूनें जब तक कि कमरे में तिल की महक आने लगे। कड़ाही में से निकालकर अलग करें और एक प्लेट में फैलाएँ।
- उसी कड़ाही में घी और गुड़ डालें। गुड़ को लगातार चलाते रहें जब तक कि सारा गुड़ पिघल न जाए, सारा गुड़ पिघलने के बाद आधा मिनट पकाएँ और भुनी हुई मूंगफलीऔर तिल इसमें डाल दें।
- आँच बंद करें और सारी सामग्री को एकसाथ मिलाना शुरू करें। मिश्रण ज़ल्दी ही जमना शुरू हो जाएगा, इसलिए आपको तेज़ी से काम करना होगा।
- एक थाली में मिश्रण को निकालें; तेज़ी से चिकनाईयुक्त दो चम्मचों की मदद से मिश्रण को १२ से १४ हिस्सों में बाँटें। अब जल्दी से प्रत्येक हिस्से को अपनी हथेलियों के बीच गोल करना शुरू करें, जिससे वह नरम लड्डु जैसा बन जाए। सावधान रहें क्योंकि मिश्रण गर्म होगा।
- मिश्रण के गर्म होने पर जल्दी से छोटे-छोटे लड्डु बनाएँ क्योंकि यह ठंढा होने पर सख्त हो जाएगा। लड्डुओं को 30 मिनट के लिए उसी अवस्था में छोड़ दें और अपने प्यारे तिल के पकवानों का आनंद लें।