स्ट्रॉबेरी के फायदे, गुण, उपयोग और दुष्प्रभाव – Strawberry ke Fayde aur Nuksan in Hindi

Last Updated on December 8, 2023 by admin

स्ट्रॉबेरी क्या है ? : Strawberry in Hindi

जिस फल को आज उपयोगिता की दृष्टि से अधिक महत्व दिया जा रहा है वह फल है “स्ट्रॉबेरी”। यह गहरे बैंगनी रंग या लाल रंग का बेर के आकार का गोल, मीठा, सुगन्धित और रस से भरा फल है। यह अपने लुभावने, मनभावन सुगन्ध के लिये प्रसिद्ध है।

यूरोप के नाविकों ने सर्व प्रथम इसे वेस्टइन्डीज और मेक्सिको में पाया गया। वहां से इसे यूरोप में लाया गया फिर इसकी ख्याति सारे विश्व में फैल गयी।

स्ट्रॉबेरी की खेती कहां पर होती है ? : Strawberry ki Kheti in Hindi

स्ट्रॉबेरी का पौधा पर्वतीय है किन्तु अब इसकी भारत में व्यावसायिक खेती बिहार, कश्मीर, पंजाब, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सफलता पूर्वक की जा रही है। श्रीनगर, गुलमर्ग, टनवर्ग, जालन्धर, गुरुदासपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देहरादून, नैनीताल, फैजाबाद, महाबालेश्वरम्, नीलगिरी और पटना इसके प्रमुख उत्पादन क्षेत्र हैं।

स्ट्रॉबेरी का पौधा कैसा होता है ? : Strawberry ka Paudha Kaisa Hota Hai

स्ट्रॉबेरी के पौधे की ऊंचाई 6-7 इंच होती है एक पौधे पर एक बार में 15 से 25 फल आते हैं। इसके फलों को तोड़ने का समय अलग अलग स्थानों पर अलग-अलग है-

  • दक्षिण भारत – फरवरी से जुलाई।
  • महाबालेश्वर – मार्च से जून।
  • पंजाब – मई से जून।
  • बिहार – दिसम्बर से अप्रैल ।
  • उत्तर प्रदेश – दिसम्बर से अप्रैल।
  • राजस्थान – जनवरी से मार्च।

स्ट्रॉबेरी की प्रजातियाँ :

भारत में स्ट्रॉबेरी की चार प्रजातियां पाई जाती हैं –

  1. फ्रेगरिया विलोन्सीस – यह उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के प्रशान्त सागरीय तट का आदिवासी पौधा है।
  2. फ्रेगरिया हेल्टोनियाना – यह पूर्वी हिमालय का पौधा है और सिक्किम में दस हजार फीट की ऊंचाई पर पैदा किया जाता है।
  3. फ्रेगरिया निलगेन्सिस – यह भारतीय और चीनी मूल का पौधा है और पांच हजार फीट की ऊंचाई पर आका और खासी पर्वत समूह (आसाम) पश्चिमीघाट, नीलगिरी में पैदा किया जाता है।
  4. फ्रेगरिया वेस्का – यह हिमालय पर पांच हजार फीट से दस हजार फीट की ऊंचाई पर कश्मीर, नेपाल और सिक्किम आदि स्थानों पर पाया जाता है।

स्ट्रॉबेरी का रासायनिक विश्लेषण : Strawberry Chemical Constituents

  • आर्द्रता – 87.3 प्रतिशत,
  • प्रोटीन – 0.7 प्रतिशत,
  • रेशा – 11 प्रतिशत,
  • कार्बोहाइड्रेट – 9.8 प्रतिशत

इसके अलावा स्ट्रॉबेरी में कैल्शियम फास्फोरस, आयरन, विटामिन सी, डी आदि रासायनिक तत्व भी पाये जाते हैं। इसमें विटामिन सी, फाइवर, फोलेट और पोटेशियम की मात्रा केला, संतरा, सेब की तुलना में कहीं अधिक है।

स्ट्रॉबेरी के गुण : Strawberry ke Gun in Hindi

  • स्ट्रॉबेरी एक ऐसा फल है जो हमारी रोगक्षमता (इम्युनिटी) को बढ़ाता है जिससे कई रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
  • यह हमारे पाचन संस्थान और रक्तवह संस्थान को दुररुस्त रखती है।
  • फल के रूप में इसे भोजन के बाद में खाना चाहिये। यह खाने में भी बहुत स्वादिष्ट होती है। स्ट्रॉबेरी के फल में औषधीय गुण भी बहुत हैं।
  • यह मूत्रल है और इसके सेवन से रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और हृदयाभिषात (हार्टअटैक) को रोका जा सकता है।
  • स्ट्रॉबेरी शरीर की गर्मी को दूर करती है।

स्ट्रॉबेरी के फायदे और उपयोग : Strawberry Benefits & Uses in Hindi

1. कैंसर में स्ट्रॉबेरी के प्रयोग से लाभ (Strawberry Benefits in Cancer Treatment in Hindi)

न्यूट्रिशनिष्ट प्रियार का कहना है कि – स्ट्रावेरी कैंसर से बचाव के लिये लहसुन से भी ज्यादा उपयोगी है। यह कैंसर की रोकथाम में महत्वपूर्ण सिद्ध हुई है। ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के अनुसार स्ट्रॉबेरी कई गम्भीर बीमारियों को रोकने में भददगार है। शोध के अनुसार यह फूड पाइप (अन्ननली) कैंसर को बढ़ने से रोकती है इसके लगातार सेवन से इस कैंसर को जड़ से मिटाया जा सकता है। ( और पढ़े – कैंसर के कारण ,लक्षण और उपचार )

2. हृदय रोगों में स्ट्रॉबेरी से फायदा (Strawberry Benefits to Cure Heart Diseases in Hindi)

स्ट्रॉबेरी हृदय रोगों में भी लाभप्रद है। यूनिवर्सिटी ऑफ वारविक के वैज्ञानिकों का कहना है कि स्ट्रॉबेरी खाने से दिल की बीमारियों और मधुमेह होने की आशंका कम होती है। इसमें फाइवर रेशे होने के कारण यह पाचनसंस्थान को भी ठीक रखती है। ( और पढ़े – हार्ट अटैक व हृदय रोग से बचने के उपाय )

3. रक्तचाप को नियंत्रित करे स्ट्रॉबेरी का प्रयोग (Strawberry Benefits in Blood Pressure in Hindi)

रक्तचाप को नियत करने में यह मदद करती है। डा. स्पीलर के अध्ययन में भी यह सामने आया है कि 8 से 10 स्ट्रॉबेरी रोजाना खाने से यह निश्चित रूप से रक्तचाप को नियंत्रित करती है। ( और पढ़े – उच्च रक्तचाप से बचने के सरल उपाय )

4. दांत को स्वस्थ रखने में स्ट्रॉबेरी के इस्तेमाल से फायदा (Benefits of Strawberrie for Teeth
in Hindi)

इसके अलावा इसमें कुछ खास तरह के एसिड होते हैं जो दांत को स्वस्थ रखकर उनकी चमक बढ़ाने में मदद करते है।

5. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में लाभकारी है स्ट्रॉबेरी का सेवन (Strawberry Beneficial in Strengthening the Immune System in Hindi)

शोध प्रमुख प्रो. पाल थारनेले कहते हैं कि स्ट्रॉबेरी में ऐसे तत्व होते हैं जिससे एन आर एफ 2 नामक प्रोटीन एक्टिव हो जाते हैं ये प्रोटीन एंटी आक्सीडेंट का काम करते हैं। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ये प्रोटीन ब्लड लीपीड्स और कालेस्ट्रॉल को कम करते हैं जिससे दिल सम्बन्धी बीमारियों की आशंका कम हो जाती है।

6. पीलिया रोग में स्ट्रॉबेरी से फायदा (Benefits of Strawberry in Jaundice in Hindi)

स्ट्रॉबेरी का सेवन कामला (पीलिया) में लाभदायक है।

स्ट्रॉबेरी के नुकसान : Side Effects of Strawberry in Hindi

स्ट्रॉबेरी में शरीर के लिए उपयोगी बहुत से पौष्टिक तत्व पाये जाते है। वैसे तो इसे खाने से कोई भी नुकसान नही है ,फिर भी ठंडी प्रकृति का होने से अत्यधिक सेवन करने पर गले में दर्द जैसी शिकायत हो सकती है।

Leave a Comment

Share to...