Last Updated on October 8, 2020 by admin
क्या है थालास्सो थेरेपी ? (What is Thalasso Therapy in Hindi)
थालास्सो थेरेपी में उत्तम स्वास्थ्य और रोगों के उपचार के लिए समुद्री उत्पाद जैसे – समुद्र की शैवाल, समुद्री की मिट्टी व समुद्री पानी का उपयोग किया जाता है।
मूल रूप से इस थेरेपी में समुद्र से उपलब्ध सभी पदार्थों का इस्तेमाल शरीर को स्वस्थ रखने व निरोगी बनाने के लिए किया जा सकता है।
थालास्सो थेरेपी के प्रकार (Types of Thalasso Therapy in Hindi)
1800 के दशक की शुरुआत से ही फ्रांसीसियों ने समुद्री स्नान के चिकित्सीय लाभों को मान्यता दी। समुद्र के लिए थलासा एक ग्रीक शब्द है। थालास्सोथेरपी फ्रेंच चिकित्सीय तकनीकों में निम्नलिखित रूप में शामिल है –
- हाइड्रो थेरपी – समुद्री जल का उपयोग किया जाता
- एल्गो थेरपी – शरीर पर समुद्री शैवाल पैक का उपयोग किया जाता है।
- फेंग थेरपी – शरीर पर समुद्री मिट्टी के पैक का उपयोग किया जाता है।
- एलियो थेरेपी – समुद्री जल के एयरोसोल के आकार के कणों से साँस लेना शामिल है।
- किनिसीओ थेरपी – समुद्री जल से भरे पूल में तैरना शामिल है।
- एक्वा जिम थेरपी – समुद्री जल में व्यायाम किया जाता है।
कैसे काम करती है थालास्सो थेरेपी ? (How Thalasso Therapy Works in Hindi)
ऐसा माना जाता है कि समुद्री जल के गुण त्वचा के छिद्रों पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं। समुद्री उत्पादों के अनेक स्वास्थ्यकारी और औषधिय लाभ हैं क्योंकि समुद्री शैवाल और जल में खनिज अधिक मात्रा में मिले हुए होते हैं। समुद्री शैवाल में कई उपयोगी जैविक तत्त्व होते हैं, जिसे त्वचा द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है। थालास्सोथेरपी में, समुद्री जल में पाए जानेवाले मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम, सोडियम और आइडाइड के तत्त्व त्वचा में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं।
लास्सो थेरेपी के प्रभाव (Thalasso Therapy Effects in Hindi)
- थालास्सोथेरपी का उपयोग अकसर शरीर की त्वचा में स्थिरता, नमी और चमक प्रदान करने के लिए किया जाता है।
- इन उपचारों का उपयोग अंतःस्रावी संतुलन, डिटॉक्सीफिकेशन, शरीर के ऊतकों में अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने,
- फाइब्रोम्यल्गिया के लक्षणों को कम करने,
- मांसपेशियों के दर्द को कम करने,
- त्वचा के परिसंचरण को उत्तेजित करने,
- सामान्य प्रतिरक्षा और ऊर्जा को बढ़ाने,
- आराम देने और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है।
- यह पूर्ण रूप से शरीर को स्वस्थ रखने, उसके पुनरोद्धार के लिए उपयोगी होता है,
- साथ ही साथ अप्रत्यक्ष रूप से वज़न घटाने और ऊर्जा बढ़ाने में भी मदद करता है।
थालास्सो थेरेपी से होने वाले स्वास्थ्य लाभ (Thalasso Therapy Benefits in Hindi)
थालास्सो थेरेपी के फायदे निम्नलिखित हैं –
- परिसंचरण को उत्तेजित करना।
- कोशिकाओं में ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुधारना।
- लसीका प्रणाली को उत्तेजित करना।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देना।
- मांसपेशियों की प्रणाली में सुधार करना और संयोजी ऊतकों को बनाना।
- डिटॉक्सीफाई करना।
- शरीर को शुद्ध करना।
- शरीर के अम्ल-क्षार संतुलन को नियंत्रित करना।
- जीवाणुरोधी और सूजन को कम करना।
- पेट और आँतों से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करना।
किनके लिए उपयोगी है थालास्सो थेरेपी ?
यह मुख्य रूप से उन लोगों के लिए है, जिन्हें तनाव, जलन, थकान, दिल और रक्तवाहिका
की तकलीफ, गठिया का दर्द और त्वचा की समस्या है। यह अकसर फर्मिंग और टोनिंग के लिए भी लागू किया जाता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने, स्वास्थ्य में सुधार करने और शरीर में बचे हए तत्त्वों को बदलने के लिए भी किया जाता है।
थालास्सो थेरेपी में सावधानी (Precaution to be Taken During Thalasso Therapy in Hindi)
यदि आप आयोडीन की संवेदनशीलता, कैंसर और अस्थमा से पीड़ित हैं तो ऐसी स्थिति में आपको थालास्सोथेरपी की सलाह नहीं दी जाती है।