Last Updated on July 21, 2021 by admin
उत्थित पादहस्तासन के लाभ (Utthita Padahastasana ke Labh in Hindi)
उत्थित पादहस्तासन से खाने में हुई अरुचि दूर होती है और भूख दोबारा जागती है। महिलाएँ ध्यान दें, इसे तब न करें, जब आपको चुस्त जीन्स पहनने की ज़रूरत हो। दरअसल, रीढ़ को लंबा करते हुए पाचन को उत्तेजित किया जा सकता है। इससे मांसपेशियों की शक्ति बढ़ती है और शरीर मज़बूत बनता है। न केवल भोजन, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की इच्छा भी जागती है
अन्य फायदे –
- रीढ़ की हड्डी में खिचाव उत्पन्न करता है।
- चिंता को कम करता है ।
- सिरदर्द से राहत दिलाता है ।
- पाचन शक्ति में सुधार करता है ।
- मन को शांत करता है ।
उत्थित पादहस्तासन करने की विधि (Utthita Padahastasana Karne ki Vidhi in Hindi)
- सीधे खड़े होकर हाथों को सिर के ऊपर उठाएँ ।
- अपने ऊपरी शरीर को आगे की ओर झुकाते हुए नीचे आएँ, ताकि आपकी रीढ़ खिंच जाए।
- अपने हाथों की अँगुलियों को पैरों की अंगुलियों के नीचे रखें ।
- पैर के अँगूठों को कलाइयों की ओर लाएँ।
- अपनी कोहनियाँ बगल में फैला लें और माथे को घुटनों की ओर ले जाएँ।
उत्थित पादहस्तासन करने में सावधानी (Utthita Padahastasana Karne me Savdhani in Hindi)
- पीठ में चोट लगने पर इस आसन को न करें।
- प्रारम्भ में अपनी बल व क्षमता से अधिक जोर न लगाएं।