हम नमस्ते क्यों करते है ?
शास्त्रों में पाँच प्रकार के अभिवादन बतलाये गए है जिन में से एक है “नमस्कारम”. नमस्कार को कई प्रकार से देखा और समझा जा सकता है. संस्कृत में इसे विच्छेद करे तो हम पाएंगे की …
शास्त्रों में पाँच प्रकार के अभिवादन बतलाये गए है जिन में से एक है “नमस्कारम”. नमस्कार को कई प्रकार से देखा और समझा जा सकता है. संस्कृत में इसे विच्छेद करे तो हम पाएंगे की …
बच्चों में कब्ज का होम्योपैथिक इलाज (Bacchon me Kabj ka Homeopathic Ilaj) बच्चों का कब्ज रोग और उसमें प्रयोग की जाने वाली औषधियां :- 1.ब्रायोनिया या ऐल्यूमिना :- बच्चे को कब्ज होने के कई कारण …
घरो में पूजा के कमरे का अपना महत्त्व है. हर घर में पूजा का कमरा होता है जहाँ पर दीपक लगा कर भगवान की पूजा की जाती है, ध्यान लगाया जाता है या पाठ किया …
हर हिंदू के घर में भगवान के सामने दीपक प्रज्वालित किया जाता है. हर घर में आपको सुबह, या शाम को या फिर दोनों समय दीपक प्रज्वालित किया जाता है. कई जगह तो अविरल या …
हिंदू धर्म में ॐ शब्द के उच्चारण को बहुत शुभ माना जाता है. प्रायः सभी मंत्र ॐ से शुरू होते है. ॐ शब्द का मन, चित्त, बुद्धि और हमारे आस पास के वातावरण पर सकारात्मक …
बच्चों के होंठों पर दुष्ट वर्ण (गहरे जख्म) रोग क्या है : इस रोग में पहले एक छोटी सी फुंसियां होंठ पर उत्पन्न होती है और वह बड़ी होकर सख्त हो जाती है। फोड़े …
पुरुषोत्तम मास में रोज़ एक बार एक श्लोक बोल सकें तो बहुत अच्छा है :- गोवर्धनधरं वन्दे गोपालं गोपरुपिणम | गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिका प्रियं | | हे भगवान ! हे गिरिराज धर ! गोवर्धन को …
विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में लिखा है कि इन मंत्रो से सूर्य को अर्घ्य देकर प्रणाम करने वाले की विप्पतियाँ दूर होने में उसको मदद मिलती है | और भक्ति बढ़ाना चाहे, मेरी भक्ति बढे, मेरी …
दीपावली के दिन घर के मुख्य दरवाजे के दायीं और बायीं ओर गेहूँ की छोटी-छोटी ढेरी लगाकर उस पर दो दीपक जला दें। हो सके तो वे रात भर जलते रहें, इससे आपके घर में …
सब तकलीफों का मूल है पाँच क्लेश है | अविद्या माना जो विद्यमान वस्तु नहीं है उसको विद्यमान दिखाये और जो विद्यमान है उसको ढक दे.. उसको अविद्या बोलते है, माया भी बोलते है | …