बदहजमी या अजीर्ण में क्या खाएं क्या न खाएं
सेवन किए गए आहार का ठीक तरह से पाचन न होना ही बदहजमी या अजीर्ण रोग के नाम से जाना जाता है। बदहजमी या अजीर्ण क्यों होता है ? : बदहजमी (अजीर्ण) कई कारणों से …
सेवन किए गए आहार का ठीक तरह से पाचन न होना ही बदहजमी या अजीर्ण रोग के नाम से जाना जाता है। बदहजमी या अजीर्ण क्यों होता है ? : बदहजमी (अजीर्ण) कई कारणों से …
वातावरण में नमी और गंदगी के कारण कुछ बीमारियाँ जोर पकड़ने लगती हैं । फोड़ा-फुंसी, बुखार के साथ-साथ ‘आई फ्लू’ बीमारी उनमें से एक है। इसमें आँखों में दर्द रहता है और आँखें सूज जाती …
कूठ या कुष्ठ क्या है ? (What is Kuth in Hindi) आयुर्वेदीय चिकित्सा में कूठ अति प्राचीनकाल से एक उपयोगी औषधि के रूप में प्रयुक्त होता आ रहा है। अथर्ववेद में कूठ विषयक सामग्री बहुतायत …
हम अपने जीवन के कार्य में इतने अधिक व्यस्त रहते हैं कि हमारी चाहत तो स्वस्थ रहने की होती रहती है, लेकिन हम स्वस्थ रहने की कीमत चुकाना नहीं चाहते। अर्थात स्वस्थ रहने के लिए …
विश्वेश्वर रस क्या है ? (What is Vishweshwar Ras in Hindi) विश्वेश्वर रस टेबलेट के रूप में उपलब्ध एक आयुर्वेदिक दवा है। इस आयुर्वेदिक औषधि का विशेष उपयोग हृदय तथा फेफड़ों संबंधी विकारों के उपचार …
लौकी के सभी हिस्सों को मिलाकर तैयार किया हुआ रस हृदय रोगियों के लिए संजीवनी के जैसा महान कार्य करता है।लौकी का रस बनाने हेतु लौकी का छिलका, गुद्दा, बीज ऐसे सभी हिस्से उपयुक्त होते हैं। …
गर्मी आते ही सबसे पहले त्वचा प्रभावित होती है। वैसे हर मौसम में त्वचा प्रभावित होती है। हर मौसम में त्वचा का ध्यान रखना आवश्यक होता है, किंतु गर्मियों में थोड़ी अधिक सावधानियाँ बरतना जरूरी …
हमारे जीवन के लिये आहार की जितनी जरुरत है, उससे कहीं ज्यादा जरूरी है उसके ठीक प्रकार से पाचन की। इस लिए हमें उन सब कारणों से बचना चाहिये, जो आहार के पाचन में बाधा …
कुलिंजन या कुलंजन क्या है ? (What is Kulanjan in Hindi) प्राकृतिक वर्गीकरण के अनुसार यह औषधि आर्द्रक कुल (जिंजिबरेसी) की है। भावप्रकाश निघण्टु के हरीतक्यादि वर्ग में इसका वर्णन किया गया है। आचार्य ने …
गर्मियों के दिनों में उष्णता कम करने व ठंडक करने हेतु हर किसी को एक ऐसी एनर्जी ड्रिंक की आवश्यकता होती है जो शरीर को ठंडक के साथ – साथ एनर्जी भी दे सकें। समर …