गुलाब जल में हैं अनेक बेहरतरीन गुण

Last Updated on August 12, 2021 by admin

गुलाब जल क्या है ? (Gulab Jal Kya Hai)

गुलाब जल एक विशेष विधि द्वारा गुलाब की पंखुड़ियों से निकाला गया सुंगंधित द्रव्य है । गुलाब जल का उपयोग पूजा विधि, पकवान बनाने, सौन्दर्य प्रसाधनों एवं औषधि निर्माण हेतु किया जाता है।

गुलाब जल कैसे बनता है ? (Gulab Jal Kaise Banta Hai)

सूर्योदय से पूर्व गुलाब के फूलों को पौधों से तोड़ लिया जाता है। किसी बड़े बर्तन (देग) में गुलाब के फूलों को डाल समान मात्रा में पानी डालकर भट्ठी चालू कर दी जाती है। बर्तन से निकलने वाली भाप को बांस की नली द्वारा एक अन्य खाली मटके में संग्रहित कर लिया जाता है। यह भाप ठंडी होने पर गुलाब जल में परिवर्तित हो जाती है। इस विधि द्वारा गुलाब जल तैयार करने में 6 से 7 घंटे लग जाते हैं।

गुलाब जल के फायदे और उपयोग (Gulab Jal Uses and Benefits in Hindi)

1). गुलाब जल आंखों के लिए – गुलाब जल को साफ हरे रंग की बोतल में डालकर सूर्य की रौशनी में पन्द्रह से बीस दिन के लिए रखें । यह सूर्य चार्ज किया हुआ गुलाब जल आंखों के समस्त रोगों के लिये लाभदायक होता है । यह औषधि आंखों में डालने के लिये बढ़िया से बढ़िया आईटोन औषधियों को मात देती है ।

2). चेहरे का सौन्दर्य – गर्मी के मौसम में चेहरे को कच्चे दूध से धोयें या फिर रुई के फोहे को कच्चे दूध में डुबाकर उससे चेहरे को हल्के हाथ से साफ करें। यह एक Cleanser का कार्य करता है। अब चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी, चन्दन पाउडर, गुलाब जल, हल्दी, गेंदा, गुलाब पुष्प, तुलसी व नीम की पत्तियाँ मिलाकर लेप लगायें। ( और पढ़े – चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के घरेलू नुस्खे और टिप्स )

3). आँखों ज्योति बढ़ाने – गुलाब जल और दूध की पट्टी आँखों पर रखें। इससे आँखों की ज्योति बढ़ती है। गुलाब जल डालने से आँखों की ज्योति बढ़ती है। आँवले के पानी से आँखें धोना भी लाभदायक होता है। ( और पढ़े – आंखों की देखभाल और सुरक्षा के घरेलू उपाय और टिप्स )

4). त्वचा को मुलायम – चेहरे की त्वचा को मुलायम करने के लिए कच्चे दूध में रुई भिगोकर मुँह पर फेरने से चेहरे की धूल आदि सारी गंदगी साफ हो जाती है। चेहरे की झुर्रियों को हटाने के लिए मलाई में कुछ बूंदें बेंजोईन और थोड़ा चावल का आटा मिलाकर चेहरे पर लगायें या मुल्तानी मिट्टी घिसकर व उसमें गुलाबजल मिलाकर उसका लेप लगायें।

5). तैलीय त्वचा – कुछ भाई-बहनों की त्वचा तैलीय होती है। अत: तैलीय-चिपचिपापन दूर करने के लिए गुलाब जल में बेसन मिलाकर बनाए पेस्ट को चेहरे तथा शरीर की त्वचा पर मलने से त्वचा कांतिमय बन जाती है।

6). गोरी-कांतिमय त्वचा – शरीर की त्वचा का साँवलापन कम या दूर करने के लिए चने का बेसन, हल्दी, नीबू रस, दही तथा गुलाब जल – इन सबको अच्छी तरह मिलाकर शरीर पर उबटन करें। महीने भर के प्रयोग में त्वचा गोरी तथा कांतिमय होकर सौंदर्य में वृद्धि होगी। यदि चेहरे पर अनचाहे बाल हैं तो बेसन में बराबर मात्रा में सरसों पीसकर बने इस पेस्ट को मलें। दो सप्ताह के प्रयोग में चेहरे के दाग नजर नहीं आएँगे। ( और पढ़े – गोरी त्वचा पाने के घरेलू उपाय )

7). त्वचा का रूखापन – सर्दियों में अकसर त्वचा में खुश्की होकर रूखापन आ जाता है। इसके लिए स्नान से पूर्व हथेली में आधा चम्मच मूंगफली तेल, दूध और गुलाब जल मिलाकर मालिश करें, इसके लगभग आधा घंटा बाद स्नान कर लें तो त्वचा का रूखापन दूर होकर त्वचा मुलायम और चमकदार हो जाती है।

8). झुर्रियाँ व कालापन – चंदन के पाउडर में गुलाब जल मिलाकर चेहरे तथा गरदन पर हलकी मालिश करें। सूखने के आधा घंटे बाद ताजा पानी से धो लें। इसके नित्य प्रयोग से त्वचा में कसावट आएगी, झुर्रियाँ दूर होंगी तथा गरदन पर की काली लकीरें मिट जाएँगी। इससे त्वचा भी कमनीय हो जाएगी। ( और पढ़े – चेहरे की झुर्रियां दूर करने के 19 घरेलू उपाय )

9). चमकदार त्वचा – चंदन को घिसकर उसमें गुलाब जल मिलाकर त्वचा पर लेप करें। नित्य प्रयोग से त्वचा सुकोमल और चमकदार बन जाएगी।

10). नेत्र विकार – लगभग पचास मिली. स्वच्छ गुलाब जल अथवा गंगाजल में चार ग्राम फिटकरी मिलाकर खूब हिलाहिलाकर रख छोड़ें। फिर दो दिन बाद से इसमें से लेकर दिन में तीन बार एक-एक बूँद आँख में डालें। इससे आँख की ललाई, आँख का दर्द तथा आँखों की खुजली और कीचड़ आना बंद हो जाएगा।

11). कील मुंहासे – खुले छिद्रों व कील-मुंहासों के लिए समान मात्रा में सोयाबीन, चने की दाल और चावल पीसकर पॉउडर बनाएँ। एक बड़ा चम्मच पॉउडर में केओलिन पॉउडर और गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाएँ। जब यह लेप आधा सूख जाए तो उंगलियों से रगड लें। ( और पढ़े – मुंहासे हटाने के सबसे असरकारक घरेलू उपाय )

12). दाद – गुलाबजल व नींबू का रस समान मात्रा में लगाने से दाद दूर होता है।

13). अरुचि – मिश्री दस ग्राम, छोटी इलायची के दाने पांच ग्राम, मुलहठी पांच ग्राम तथा पिपरमेंट आधा ग्राम, गुलाब जल के साथ खरल करके, गोलियां बना लें । एक-एक गोली मुंह में रखकर चूसें । वमन, उबकाई, भोजन के प्रति अरुचि में फायदेमंद योग है। ( और पढ़े – भूख बढ़ाने के 55 घरेलू नुस्खे )

14). झुलसी हुई त्वचा – सूर्य की गर्मी से चेहरे की त्वचा झुलस जाए तो दही में गुलाब जल मिलाकर लगाएं। खीरा के रस में ग्लिसरीन मिलाकर लगाने से भी फायदा होगा।

15). आंखों की ललाई – जीरा और मेंहदी दोनों 10-10 ग्राम की मात्रा में ले कर इसे कूट लें, अब इसे चूर्ण को गुलाब जल में भिगो दें, अगले दिन इसे छानकर स्वच्छ शीशी में रख लें और इसमें एक ग्राम भूनी हुई फिटकरी को बारीक पीसकर मिला लें। इसे थोड़ी मात्रा में आंखों में डालने से आंखों की ललाई दूर होती है।

16). दाग-धब्बे – गुलाबजल, चुटकी भर कपूर और दो चम्मच पिसी हुई हल्दी को मिलाकर नित्य कुछ दिनों तक चेहरे पर लेप करने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं। इस लेप को आंखों के पास नहीं करना चाहिए।

17). सीने में जलन (गुलाब जल पीने के फायदे) – 30 से 40 मिली गुलाब जल में 20 मिली पानी के साथ दिन में 2-3 बार पीने से सीने में जलन तथा जी मिचलाना आदि रोग दूर हो जाते हैं।

गुलाब जल के नुकसान (Side Effects of Rose Water in Hindi)

  • सामान्यतः गुलाब जल के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है ।
  • ज्यादा मात्रा में गुलाब जल का उपयोग किये जाने पर यह त्वचा में जलन जैसी समस्या उत्पन्न कर सकता है ।

(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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