Last Updated on November 2, 2020 by admin
मधुमेह रोगियों के लिए आहार के रूप में परिष्कृत और चिकनाईयुक्त खाद्यपदार्थ, सफेद चीनी और दूसरे रिफाइंड कार्बोहाइड्रेटवाले खाद्यपदार्थों के मुकाबले जीवंत और रेशायुक्त प्राकृतिक आहार बहुत ही उपयोगी सिद्ध होते हैं।
मधुमेह में आहार (Diet for Diabetes Patient in Hindi)
खाने-पीने में सफेद चीनी की अधिकता बनी रहने से शरीर में क्रोमियम, मैग्नीशियम, जिंक जैसे ज़रूरी खनिज तत्त्वों की मात्रा में तेज़ी से कमी आने लगती है, जब कि क्रोमियम इंसुलिन के समुचित उत्पादन, जिंक इंसुलिन को सक्रिय बनाए रखने और मैग्नीशियम, ग्लूकोज़ की चयापचय क्रिया को सुचारू बनाने के लिए ये बेहद ज़रूरी तत्त्व होते हैं। ऐसा देखा गया है कि लहसुन और प्याज रक्त शर्करा को घटानेवाले साबित होते हैं। इन दोनों को अपने आहार में शामिल करने से मधुमेह रोगियों के पैंक्रियाज के साथ-साथ हृदय को भी काफी लाभ मिलता है। मसालों में अजमोद, धनिया, दालचिनी और मेथी भी इनके लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं।
शरीर में क्रोमियम की कमी से इंसुलिन के बनने में रुकावट आती है। अमेरिका में हए अध्ययनों से पता चला है कि फूलगोभी और इस वर्ग की अन्य सब्ज़ियाँ क्रोमियम की अच्छी स्रोत होती हैं।
फूलगोभी की एक सर्विंग से क्रोमियम की रोज़ाना की ज़रूरत की लगभग एक चौथाई मात्रा प्राप्त हो जाती है। जब कि क्रोमियम की इतनी भरपूर मात्रा दूसरी चीज़ों में नहीं मिलती। क्रोमियम प्राप्त करने के दूसरे स्रोत हैं-मशरूम, चोकर और छिलकेदार खड़े अनाज़, फल एवं खमीर आदि।
अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग रेशायुक्त अनाज़, फल, सागसब्ज़ियों आदि का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करते हैं लेकिन नियमित रूप से रक्त ग्लूकोज़ को बढ़ानेवाली चीजें जैसेसफेद चीनी व उससे निर्मित व्यंजन, कोल्ड ड्रिंक्स, शरबत, मैदा, छिलका रहित चावल, आलू चिप्स, उबले आलू आदि का सेवन अत्यधिक मात्रा में करते हैं, उनमें मधुमेह का खतरा ज़्यादा रहता है।
मधुमेह में किन चीज़ों का सेवन करें ? (What to Eat in Diabetes in Hindi)
- रोगी को करेले का रस या सब्ज़ी खानी चाहिए। जौ का सत्तू, पुराने साठी चावल, जौ, मूंग, गेहूँ की रोटी, चना, परवल, बैंगन, गूलर, कच्चा केला, बादाम, चौलाई, तोरई आदि खाना लाभदायक है।
- ब्राउन ककड़ी, टमाटर, पालक, खरबूज़, सेब, अमरूद, गेहूँ, चने की रोटी, दलिया, गवार फली, मेथी, बथुआ, हरा आँवला, कचनार, तिल के पदार्थ, कैथे की चटनी, दही, मट्ठा, पपीता आदि का उचित मात्रा में सेवन करें।
- करेले की सूखी सब्ज़ी, लौकी, परवल का सेवन लाभ पहुँचाता है।
मधुमेह में किन पदार्थों के सेवन से बचें ? (What Food to Avoid in Diabetes in Hindi)
- घी, मलाई, ज़्यादा गुड़, शक्कर, शरबत, गन्ने का रस, धूम्रपान, शराब, ज़्यादा मीठे फल, छोले, तम्बाकू, पीठी से बने पदार्थ, मीठे, ज़्यादा तलेभुने, ज़्यादा फैटवाले पदार्थ न लें।
- ग्लूकोज़, चीनी, मिश्री, जैम-जैली व मिठाइयाँ, आइसक्रीम, केक, चॉकलेट, मीठे बिस्कुट, मेवों में काजू, किशमिश, खजूर, छुआरा तथा मीठे फल-केला, अंगूर, चीकू, गन्ना, आम, नारियल, शकरकंद, जमीकंद, साबूदाना, तले हुए पदार्थ आदि मधुमेही के लिए नुकसानदायक है।
- नया चावल, बर्फ, मैदा, चीनी, खांड, मांस, अंडा, मछली, तेल आदि का सेवन न करें।
- दूध या चाय पिएँ तो उसमें भी चीनी का सेवन न करें।
मधुमेह का देसी उपचार (Madhumeh ka Desi Upchar in Hindi)
विविध घरेलू खाद्यपदार्थों से भी मधुमेह को नियंत्रण में रखा जा सकता है। ऐसी कुछ वस्तुओं की जानकारी यहाँ दी जा रही है।
1). जामुन (Benefits of Jamun Seeds in Diabetes in Hindi)
जामुन के फल में जम्बोलिन नामक पदार्थ पाया जाता है, जो मधुमेह में बहुत लाभकारी है। यह पदार्थ स्टार्च को शर्करा में बदलने से रोकता है। अत: जामुन के मौसम में गुठली को सुखाकर, पीसकर चूर्ण बनाकर रख लेना चाहिए। जामुन का फल, गुठली, पत्ते एवं छाल सभी फायदेमंद हैं। यह मधुमेह की विशेष औषधि है।
जामुन विटामिन एवं खनिज पदार्थों से परिपूर्ण फल है। इसमें जल, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, कैल्शियम, फास्फोरस आदि खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं।
( और पढ़े – जामुन खाने के 51 जबरदस्त फायदे )
2). मेथी का प्रयोग (Uses of Methi in Diabetes in Hindi)
हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पोषण संबंधी संस्थान ने मेथी पर विस्तृत शोध करने के बाद इस बात की सिफारिश की है कि यदि रोज़ाना के भोजन में 50-100 ग्राम मेथी का प्रयोग किया जाए तो मधुमेह के नियंत्रण में सहायता मिलती है।
यदि मेथी को निराहार ही पानी के साथ निगल लिया जाए तो बहुत लाभ होगा। मेथी दाने रात में भिगोकर सुबह खाली पेट 1 चम्मच चबा-चबाकर खा सकते हैं। अन्यथा मेथी के बीजों को एक चम्मच यदि रात को पानी में भिगोकर रखा जाए और सुबह निराहार इस जल को पी लिया जाए तो कड़वाहट भी कम हो जाएगी और रक्त में पानी ज़ल्दी मिल जाने से काफी लाभकारी प्रभाव होगा।
( और पढ़े – मेथी पाक के फायदे और बनाने की रेसिपी )
3). टमाटर (Tomatoes are Good for Sugar Patient in Hindi)
मधुमेह के रोगियों के लिए टमाटर का सेवन विशेष लाभप्रद है। इससे खून की कमी या रक्ताल्पता दूर होती है। मूत्र में शक्कर का परिमाण भी धीरे-धीरे कम होकर मधुमेह अनायास ही दूर हो जाता है।
4). हल्दी (Turmeric Health Benefits for Diabetic Patient in Hindi)
हमारे प्राचीन चिकित्सकों ने मधुमेह में हल्दी को महान गुणकारी बताया है। हल्दी को संस्कृत में ‘मेहापटा’ कहते हैं यानी हर किस्म के मेह रोग में हल्दी रामबाण है, चाहे मधुमेह हो या प्रमेह। पिसी हल्दी में करेले का रस मिलाकर सुखा लें और प्रतिदिन सुबह उठते ही आधा छोटा चम्मच यह चूर्ण शहद के साथ चाट लें। इससे रक्त से शर्करा निकल जाएगी।
( और पढ़े – हल्दी के 51 बेशकीमती स्वास्थ्य लाभ )
5). आँवला (Amla Juice Benefits for Diabetes in Hindi)
आँवले में पाए जानेवाले औषधीय गुण शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह आपके अग्न्याशय को अच्छा इंसुलिन निर्माण करने में मदद करता है ताकि रक्त शर्करा का स्तर संतुलित हो सके। 2-3 आँवले लें और उनके बीज निकालकर, बारीक पीसकर उसका रस निचोड़ लें। 1 कप पानी में 2 चम्मच रस को मिलाएँ। इसे रोज़ सुबह खाली पेट पिएँ। जामुन की गुठली का चूर्ण तथा आँवला चूर्ण को समान मात्रा में लेकर एक-एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम पानी के साथ सेवन करें।
( और पढ़े – महा औषधि आँवला रस के लाभ )
6). गाजर (Carrot Juice is Good for Diabetes Patient in Hindi)
गाजर में इंसुलिन एवं खमीर होने के कारण यह मधुमेह मरीज़ों के लिए काफी फायदेमंद है । व्याधि के बढ़ जाने पर एक गिलास गाजर के रस में एक कप करेले का रस मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से या आधा कप आँवले का रस के साथ एक गिलास गाजर के रस मिलाकर दिन में दो से तीन बार लेने से लाभ होता है।
7). करेला (Bitter Gourd : Great Natural Remedy For Diabetes in Hindi)
शर्करा कम करने में करेले की महत्ता एवं महिमा अपार है। सबसे उत्तम तरीका है कि 4-6 करेलों का ताज़ा रस निकालकर एक कप के लगभग सुबह निराहार मुँह या खाने के बीच में लें। यदि रस प्राप्त न हो तो हरे करेलों को सुखाकर उनका चूर्ण बनाकर रख लें और 3 से 5 ग्राम रोज़ाना 2-3 बार पानी के साथ लें।
( और पढ़े – केला खाने का सही तरीका )
8). लहसुन (How to Use Garlic for Diabetes in Hindi)
डायबिटीज के मरीजों में मूत्र मार्ग से पोटैशियम की बड़ी मात्रा शरीर से बाहर निकल जाती है और यह खनिज लहसुन में प्रचूर मात्रा में विद्यमान होता है। इसके सेवन से रोगी के शरीर में होने वाली पोटैशियम की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है । इसका नियमित सेवन रक्त में शक्कर की मात्रा को कम करता है।
इसमें जिंक और सल्फर की मात्रा विशेष अनुपात में रहती है और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में इन दोनों खनिजों की विशेष भूमिका है। कुछ विशेषज्ञों की मान्यता है कि ज़िंक की कमी मधुमेह रोग की उत्पत्ति में सहायक होती है।
लहसुन में मैंगनीज़ नामक खनिज भी विद्यमान होता है। इसके अभाव में भी मधुमेह रोग हो सकता है। मधुमेह के अतिरिक्त रक्त में कोलेस्ट्रोल को कम और नियमित करने में लहसुन की भूमिका के बारे में सभी जानते हैं। उच्च रक्तचाप (जो कि कोलेस्ट्रोल के धमनियों में जमने के कारण होता है) तथा धमनी-काठिन्य और प्रधान हृदय रोगों की लहसुन रामबाण औषधि है। यह सभी रोग मधुमेह रोगी में होते हैं या इनके होने की संभावना बढ़ जाती है। अत: लहसुन न केवल मधुमेह अपितु अन्य अनेक रोगों की अचूक औषधि है।
( और पढ़े – इतना फायदेमंद है लहसुन )
9). नीम (Neem Leaves Benefits for Diabetes in Hindi)
सुबह खाली पेट नीम की 4 से 5 कोमल पत्तियाँ चबाकर खाने से रक्त शर्करा नियंत्रित होती है । नीम की पत्तियों का रस पीने से भी लाभ होता है। नीम की पत्तियों को छाया में सुखाकर उसका बारीक चूर्ण तैयार कर लें । सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। रक्त शर्करा नियंत्रित होगी ।
10). कड़ी पत्ता (Curry Leaves Help to Control Blood Sugar in Hindi)
यह टाइप 2 मधुमेहियों के लिए बहुत अच्छा है। कड़ीपत्ते में मौजूद फाइबर इंसुलिन को प्रभावित करके शर्करा के स्तर को कम करता है। पैंक्रियाज़ के बीटा सेल्स को एक्टिवेट कर मधुमेह को नियंत्रित करता है। सुबह-सुबह किसी भी रूप में कड़ीपत्ता खा सकते हैं।
11). शक्कर के बदले लें शहद :
मीठा खाने की इच्छा हो तो शक्कर के स्थान पर बहुत कम मात्रा में शहद का सेवन कर, मूत्र में शक्कर आने तथा गुर्दे के पुराने रोगों से बच सकते हैं। मधुमेहियों के लिए शहद उत्तम पथ्य है। इस रोग में यकृत और आमाशय की क्रिया बिगड़ जाती है। इसी कारण चीनी आदि भारी, शीतल और मीठे द्रव्यों को पचाने में रोगी असमर्थ हो जाता है। शहद में प्राकृतिक रीति से संग्रहित प्रचुर परिमाण में द्राक्षशर्करा रहती है। मधुमेह में यदि शहद का उपयोग करना हो तो अन्य द्रव्यों के साथ मिश्रण के रूप में करना चाहिए ताकि उसकी मिठास उन पदार्थों में मिलकर कम हो जाए।
मधुमेह के अन्य देशी नुस्खे – इसे भी आजमाएँ (Madhumeh ke Desi Nuskhe in Hindi)
- 10 तुलसी के पत्ते + 5 काली मिर्च + 5 नीम के पत्ते एकसाथ कूटकर खाने से इस रोग में फायदा होगा।
- हरे धनिए की चटनी रोज़ ताज़ी बनाकर खाने से बहुत फायदा होता है।
- ताज़े आँवले का रस + नींबू का रस + शहद मिलाकर पीएँ। सभी चीज़े अंदाजन लें।
- इमली के बीज को सेंककर खाने से फायदा होता है।
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ खाएँ या उनका जूस लें।
- लौकी का जूस, ककड़ी के जूस का सेवन रोज़ करें।
- अंकुरित अनाज़ लें। साथ दालों का सेवन भी लाभदायक है।
- 50 ग्राम गीली हल्दी + काली तुलसी के पत्ते 10-15 + बिल्व पत्र 3 सबको मिलाकर पीस लें, रात को 1 गिलास पानी में भिगोकर रख दें। सुबह छानकर खाली पेट पिएँ। पीने के बाद 1 घंटा कुछ न खाएँ। 21 दिन तक इसका प्रयोग ज़रूर करें।
- बिल्वपत्र के पत्तों को धोकर पानी में 1 घंटे रखें। उसके बाद मिक्सर में पीसकर उसका रस निकालें, सुबह-शाम 2-2 चम्मच पिएँ।
- अदरक 50 ग्राम + पुदीना 50 ग्राम + अनारदाना 50 ग्राम खट्टावाला तीनों को पीसकर चटनी बना लें। सुबह, दोपहर और शाम को 1-1 चम्मच खाएँ।
- रात को 3 गिलास पानी में 3-4आम के पत्ते टुकड़े करके डालें। सुबह उबालें। 1गिलास पानी रह जाए तब छानकर भूखे पेट पिएँ।
- गाजर + पालक का रस मिलाकर पिएँ। इससे आँखों की कमज़ोरी दूर होती है।
- प्रतिदिन 3 तुलसी के पत्ते खाली पेट लें या 1 टेबलस्पून तुलसी के पत्ते का रस लें।
- गेहूँ के जवारे का आधा कप ताज़ा रस रोज-सुबह शाम पीने से मधुमेह में लाभ होता है।
- भिंडी को टुकड़ों में काट लें और पानी में भिगोकर रातभर के लिए रख दें। सुबह इसे छानकर पानी पी लें। यह कुछ हफ्तों तक करें।
- एक महीने तक प्रतिदिन के आहार में 1 ग्राम दालचीनी का प्रयोग करें।
ऊपर दिए हुए उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।