Last Updated on June 30, 2023 by admin
पुनर्नवादि गुग्गुलु भारतीय आयुर्वेद का अद्भुत उपहार है। इसके गुणों की गिनती करने वाले तो इसे “चमत्कारी औषधि” भी कहते हैं। यहां हम इस प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसके अनूठे गुणों की चर्चा करेंगे।
पुनर्नवादि गुग्गुलु एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इस दवा का नाम “पुनर्नवा” और “गुग्गुलु” दो शब्दों से मिलकर बना है। पुनर्नवा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कई लाभों को प्रदान कर शरीर को निरोगी स्वस्थ रखने में मदद करती है, जबकि गुग्गुलु एक प्रकार की धातु औषधि है जो अनेको रोगों के उपचार में काम आती है।
इस औषधि के प्रमुख गुणों में दर्दनाशक, शोथहर, वात-पित्तशामक, दहन, रक्तशोधक, और मूत्रल शामिल हैं। अब, हम पुनर्नवादि गुग्गुलु के अनूठे गुणों और उपयोगों की चर्चा करेंगे, जो इसे आयुर्वेद की एक अनमोल दवा बनाते हैं।
अब हम पुनर्नवादि गुग्गुलु के मुख्य घटकों के बारे में विचार करते हैं:
घटक (Ingredient) | लाभ (Benefits) |
पुनर्नवा (Punarnava) | पुनर्नवा मूत्रल और वेदनास्थापक गुणों के साथ एक शक्तिशाली वसा रोग और जलोदर निवारक है। इसका प्रयोग विभिन्न वात विकारों, गुर्दे की समस्या और आमाशय जनित रोगों के उपचार में किया जाता है। |
गुग्गुल (Guggulu) | गुग्गुल वसा को कम करने व सूजन कम करने में मदद करता है। यह एक शक्तिशाली वेदनास्थापक, वात शामक और दिल की सेहत के लिए अच्छा है। गुग्गुल को आर्थराइटिस, रक्तचाप, बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल, और वसा रोग में उपयोग करने के लिए जाना जाता है। |
देवदारु (Devdaru) | देवदारु को वात शामक, वेदनास्थापक, शोथहर, और संकोचक गुणों के लिए जाना जाता है। यह विभिन्न वात विकारों, दांत दर्द, और संदिग्ध व्रण में उपयोगी होता है। |
शुण्ठि (Shunthi) | शुण्ठि एक शक्तिशाली पाचन और एंटी-इनफ्लेमेटरी एजेंट है। इसे वात विकारों, अरुचि, आमत्य, और कफ रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। |
हरीतकी (Haritaki) | हरीतकी पाचन को बढ़ावा देने, विषशोधन, एंटी-इनफ्लेमेटरी, और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जाना जाता है। इसका उपयोग कब्ज, आमाशय रोग, अरुचि, और पित्त विकारों के उपचार में किया जाता है। |
बिभीतकी (Bibhitaki) | बिभीतकी को विषशोधन, शोथहर, एंटी-इनफ्लेमेटरी, और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जाना जाता है। इसका उपयोग कफ रोगों, आमाशय रोगों, और पित्त विकारों के उपचार में किया जाता है। |
अमलकी (आंवला / Amalaki) | अमलकी विटामिन C से भरपूर होती है और एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है। यह रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, और रक्तशर्करा के स्तर को काबू करने में सहायक होता है। अमलकी पाचन, विषशोधन, और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी उपयोगी है। |
पिप्पली (Pippali) | पिप्पली एक शक्तिशाली पाचन, विषशोधन, एंटी-इनफ्लेमेटरी, और एंटीबायोटिक एजेंट है। इसे वात विकारों, कफ रोगों, आमाशय रोगों, और पित्त विकारों के उपचार में उपयोग किया जाता है। |
1. गठिया रोग का उपचार
पुनर्नवादि गुग्गुलु का उपयोग गठिया रोग (आर्थराइटिस) के उपचार में किया जाता है। इस दवा के वात-पित्तशामक गुण दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गठिया के मरीजों को लगातार पीड़ा और संवेदनशीलता का सामना करना पड़ता है, इसलिए पुनर्नवादि गुग्गुलु का सेवन उनके लिए बहुत लाभकारी होता है।
2. वजन घटाने में सहायक
आज के युग में, अधिकतर लोग अपने वजन को कम करने के लिए परेशान होते हैं। पुनर्नवादि गुग्गुलु के वसा को कम करने वाले गुण वजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से लोग अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
3. वात रोगों का उपचार
वात रोग शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की समस्याओं को जन्म देते हैं। पुनर्नवादि गुग्गुलु के वात-शामक गुण वात रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से लोग वात रोगों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
4. प्रतिरोधी शक्ति बढ़ाने में सहायक
पुनर्नवादि गुग्गुलु के रक्तशोधक गुण शरीर की प्रतिरोधी शक्ति (इम्यून सिस्टम) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से लोग विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों से बच सकते हैं।
5. गुर्दे की पथरी का उपचार
पुनर्नवादि गुग्गुलु के मूत्रल गुण गुर्दे की पथरी के उपचार में मदद करते हैं। इसके सेवन से गुर्दे की पथरी तोड़ने में मदद मिलती है और यह पथरी के टुकड़ों को बाहर निकालने में भी सहायक होता है। इसके नियमित सेवन से लोग गुर्दे की पथरी से छुटकारा पा सकते हैं।
6. त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार
पुनर्नवादि गुग्गुलु के रक्तशोधक गुण त्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार में काम आते हैं। इसके सेवन से त्वचा की सूजन, कुछल, दाने, और एक्ने जैसी समस्याओं का समाधान हो सकता है।
7. हृदय की सेहत के लिए लाभकारी
पुनर्नवादि गुग्गुलु हृदय की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है और हृदय की धड़कन को सामान्य बनाया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से हृदय रोगों का जोखिम कम हो सकता है।
वयस्कों के लिए, सामान्य खुराक 1-2 गोलियाँ दिन में दो बार होती है। इसे गर्म पानी के साथ लें। बच्चों के लिए, उम्र, वजन, और चिकित्सक की सलाह के आधार पर खुराक को कम करें।
चिकित्सक की सलाह से ही इस औषधि का सेवन करें, क्योंकि वे उपयुक्त खुराक और उपचार की अवधि का निर्धारण कर सकते हैं। अगर आपको कोई दुष्प्रभाव नजर आता है, तो तुरंत चिकित्सक को सूचित करें।
सावधानियां और साइड इफेक्ट्स
पुनर्नवादि गुग्गुलु का सेवन करते समय कुछ सावधानियां और साइड इफेक्ट्स का ध्यान रखना चाहिए। इनमें से कुछ सावधानियां और साइड इफेक्ट्स नीचे दिए गए हैं:
- गर्भवती महिलाओं को पुनर्नवादि गुग्गुलु का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका प्रभाव गर्भ पर होने की संभावना होती है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- यदि आपको थायराइड की समस्या है, तो इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
- कुछ लोगों को पुनर्नवादि गुग्गुलु के सेवन से पेट की समस्या, जैसे कि गैस, बदहजमी, और दस्त हो सकते हैं। ऐसे में चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
- यदि आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो पुनर्नवादि गुग्गुलु का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इसका अन्य दवाओं के साथ अंतर्क्रिया हो सकती है।
समग्रतया, पुनर्नवादि गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक औषधि है जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में मदद कर सकती है। इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें ।
पुनर्नवादि गुग्गुलु को खरीदने के लिए आपके पास कई विकल्प हैं:
- स्थानीय आयुर्वेदिक दवा दुकानें: आपके नजदीकी आयुर्वेदिक दवा दुकानें पुनर्नवादि गुग्गुलु बेच सकती हैं। वहां जाकर आप विभिन्न ब्रांड्स और मूल्यों की तुलना कर सकते हैं।
- ऑनलाइन दवा स्टोर्स: आज के डिजिटल युग में, आप इंटरनेट पर ऑनलाइन दवा स्टोर्स से पुनर्नवादि गुग्गुलु खरीद सकते हैं। इसे Amazon, Flipkart, 1mg, Netmeds जैसी वेबसाइटों से खरीद सकते हैं। ऑनलाइन खरीदारी से आपको बेहतर डील्स और डिस्काउंट मिल सकते हैं।
- मैन्युफैक्चरर की वेबसाइट: कई मैन्युफैक्चरर्स अपनी वेबसाइट पर उत्पाद बेचते हैं। आप उनकी वेबसाइट पर जाकर सीधे उत्पाद खरीद सकते हैं।
आपको विभिन्न विकल्पों में से किसी एक का चयन करना है, जो आपकी आवश्यकता, सुविधा, और बजट के अनुसार सबसे अच्छा हो। ध्यान दें कि आप विश्वसनीय ब्रांड और विक्रेता से खरीदें, ताकि आपको उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलें।
शेल्फ लाइफ और निर्माता
पुनर्नवादि गुग्गुलु की शेल्फ लाइफ (Shelf Life) आमतौर पर 2 से 3 साल होती है। इस अवधि के बाद, दवा की गुणवत्ता कम हो सकती है और इसके फायदे कम हो सकते हैं। यह अवधि मैन्युफैक्चरर्स के अनुसार भिन्न हो सकती है, इसलिए आपको उत्पाद की पैकेजिंग पर दी गई जानकारी को ध्यान में रखना चाहिए।
पुनर्नवादि गुग्गुलु के कई मैन्युफैक्चरर्स हैं जो इस दवा को बना रहे हैं। भारत में कुछ प्रमुख मैन्युफैक्चरर्स निम्न हैं:
- धूतपापेश्वर लिमिटेड (Dhootapapeshwar Limited)
- बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन (Baidyanath Ayurved Bhawan)
- दबुर इंडिया लिमिटेड (Dabur India Limited)
- हिमालया ड्रग कंपनी (Himalaya Drug Company)
- जंडू फार्मास्यूटिकल वर्क्स लिमिटेड (Zandu Pharmaceutical Works Limited)
निर्माण प्रक्रिया
पुनर्नवादि गुग्गुलु की तैयारी के लिए निम्न चरणों का पालन करें:
- गुग्गुल की शोधन: सबसे पहले, गुग्गुल की शोधन करनी है। गुग्गुल को गुणवत्ता वाली गाय की घी में धीरे-धीरे गरम करें। जब गुग्गुल पिघलना शुरू हो जाए, तब उसे चलाते रहें और उसे एक छन्नी के माध्यम से छान लें।
- चूर्णों की तैयारी: पुनर्नवा, देवदारु, शुण्ठि, हरीतकी, बिभीतकी, अमलकी, और पिप्पली को अलग-अलग सूखा लें और इन्हें बारीक पीस कर चूर्ण बना लें। इन सभी चूर्णों को अच्छी तरह मिला लें।
- गुग्गुल और चूर्णों का मिश्रण: शोधित गुग्गुल को चूर्णों के मिश्रण में मिला दें। इसे अच्छी तरह से मिला लें, ताकि गुग्गुल और चूर्णों का मिश्रण एक सामान्य गाढ़ापन प्राप्त कर ले।
- गोलियों का निर्माण: अब इस मिश्रण से छोटी-छोटी गोलियाँ बना लें। इन गोलियों का आकार एक चने के दाने के बराबर होना चाहिए। इन गोलियों को सूखने के लिए एक परात में रखें।
- सुरक्षित रखें: जब ये गोलियाँ पूरी तरह से सूख जाएं, तो इन्हें एक शीशे के बर्तन में रखें और ढककर बंद कर दें। इस बर्तन को सीधी धूप और नमी से दूर रखें।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पुनर्नवादि गुग्गुलु जैसे आयुर्वेदिक औषधि की तैयारी के लिए सटीकता और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। इसलिए, किसी विश्वसनीय आयुर्वेदिक फार्मेसी या चिकित्सक से औषधि प्राप्त करने की सलाह दी जाती है। यदि आप घर पर इसे तैयार करने में रुचि रखते हैं, तो सामग्री की विशिष्ट मात्रा और अनुपात के साथ-साथ उचित औषधि निर्माण की तकनीक पर मार्गदर्शन के लिए किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श लें।
पुनर्नवादि गुग्गुलु से संबंधित प्रश्न और उत्तर:
Q: पुनर्नवादि गुग्गुलु का उपयोग किस लिए किया जाता है?
A: पुनर्नवादि गुग्गुलु वात और कफ को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह सूजन, दर्द, गठिया, अस्थि संबंधी समस्याएँ, वजन कम करने में मदद करता है और हृदय से संबंधित समस्याओं में भी लाभदायक होता है।
Q: क्या मैं पुनर्नवादि गुग्गुलु को अन्य दवाओं के साथ ले सकता हूं?
A: पुनर्नवादि गुग्गुलु को अन्य दवाओं के साथ लेने से पहले, चिकित्सक से परामर्श करें। वे दवाओं के बीच किसी भी संभावित असंगतियों की जानकारी देंगे।
Q: कितने समय तक पुनर्नवादि गुग्गुलु लेनी चाहिए?
A: पुनर्नवादि गुगुग्गुलु की खुराक और उपचार की अवधि व्यक्ति की स्थिति और चिकित्सक की सलाह पर निर्भर करेगी। इसलिए, चिकित्सक की सलाह से ही उपचार की अवधि तय करें।
Q: क्या बच्चे पुनर्नवादि गुग्गुलु ले सकते हैं?
A: हां, बच्चे पुनर्नवादि गुग्गुलु ले सकते हैं। हालांकि, उम्र, वजन, और चिकित्सक की सलाह के आधार पर खुराक को कम करें। बच्चों के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
Q: क्या पुनर्नवादि गुग्गुलु मदद करता है वजन कम करने में?
A: हाँ, पुनर्नवादि गुग्गुलु वजन कम करने में मदद कर सकता है। यह चर्बी की घटाव को बढ़ावा देने वाली प्रक्रम में मदद करता है और उचित पाचन को बढ़ावा देता है, जो वजन कम करने में सहायक होता है। फिर भी, स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ इसका समर्थन लें।
निष्कर्ष
पुनर्नवादि गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक औषधि है जो वात, कफ, आम विकार, गुर्दे की समस्याएँ और अन्य विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में सहायक होती है। इसका नियमित उपयोग शरीर की प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है। हालांकि, इसके साइड इफेक्ट्स और दुष्प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, यह अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि इसके सेवन से पहले चिकित्सक की सलाह ली जाए।
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।