आयुर्वेद के अनुसार आहार के गुणधर्म
अनाजों का वर्णन : 1-चावल के गुण – चावल बहुत प्रकार के होते हैं। उन सबका वर्णन करने से लेख बढ़ जाने का भय है; इस लिये हम यहाँ सिर्फ दो प्रकार के चावलों का …
अनाजों का वर्णन : 1-चावल के गुण – चावल बहुत प्रकार के होते हैं। उन सबका वर्णन करने से लेख बढ़ जाने का भय है; इस लिये हम यहाँ सिर्फ दो प्रकार के चावलों का …
बौद्ध मत राज्याश्रय मिलने तथा समर्थ प्रचारकों के कारण भारत भूमि से उत्पन्न होकर देश-देशान्तरों में फैल गया । जापान, चीन और रूस तक उसका सीमा विस्तार हो गया । इस विस्तार के साथ ही …
रामेठा की सामान्य जानकारी / परिचय : इस वनस्वति के वृक्ष दक्षिणी हिन्दुस्तान में महाबलेश्वर, माथेरान, लानोली तथा बड़े सेकी टेकरियों में और गुफाओं में पैदा होते हैं। इसका वृक्ष २ फुट से ६ फुट …
चाणक्य शब्द कान में पड़ते ही मानस-मुकुर पर एक ऐसी मूर्ति प्रतिबिम्बित हो उठती है जिसका निर्माण मानो विद्या, वैदग्ध, दूरदर्शिता, राजनीति तथा दृढ़ निश्चय के पंच तत्त्वों से हुआ था । महर्षि चाणक्य एक …
स्वर्ग की देवसभा में देवराज ने किसी नरेश की दयालुता का वर्णन किया । एक देवता के मन में राजा की परीक्षा लेने की इच्छा हुई। वे पृथ्वी पर आये और राजासे ‘बोले-नरेश ! तू …
पुणे में चौदह वर्षीय किशोरी रीदा जाहांगीर अस्पताल में भर्ती की गई। चिकित्सकों को यह पता नहीं लगा कि उसे स्वाइन फ्लू है। उन्होंने उसे सामान्य फ्लू रोग समझकर चिकित्सा की गई। वास्तव में वह …
अपामार्ग क्या है ? : Apamarg in Hindi ‘अपां दोषान् मार्जयति संशोधयति इति अपामार्गः।’ अर्थात् जो दोषों का संशोधन करे उसे अपामार्ग कहते हैं। बढ़ी हुई भूख को शान्त करने, दन्त रोगों को दूर करने …
सौंदर्य प्रसाधन का सच : नारी के मन में हमेशा एक चाह होती है कि वह दुनिया में सबसे सुंदर महिला दिखे। सब उसके रूप की तारीफ करें, लोग उसे देखकर ईर्ष्या करें, कोई उसे …
राजा त्रिशंकु के यज्ञमें आमन्त्रण के अवसर पर वसिष्ठपुत्र शक्ति और विश्वामित्र में विवाद हो गया। विश्वामित्र ने शक्ति को शाप दे दिया और उनकी प्रेरणासे ‘रुधिर’ नामक राक्षसने शक्ति ऋषिको खा लिया। महर्षि वसिष्ठके …
शरीर को खोखला बनाते मादक पदार्थ : नशीले पदार्थों (मादक पदार्थों) का सेवन आज के सभ्य और उन्नत समाज केलिये सबसे भयानक अभिशाप बनकर रह गया है। एक अनुमान के अनुसार 90 प्रतिशत से अधिक …